20 मई को लॉन्च होगा डिपो दर्पण
2,278 गोदाम होंगे इस डिजिटल पहल में शामिल, इंफ्रास्ट्रक्चर व ऑपरेशनल दक्षता पर रेटिंग

नई दिल्ली. सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह 20 मई को डिपो दर्पण पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च करेगी, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खाद्य भंडारण डिपो उच्चतम गुणवत्ता और प्रदर्शन मानकों को पूरा करें.
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने कहा कि इस कदम से डिपो प्रबंधकों को लगभग रियल टाइम में इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑपरेशन और वित्तीय प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी. एफसीआई और सीडब्ल्यूसी के स्वामित्व वाले गोदामों के अलावा राज्य एजेंसियों/निजी से किराए पर लिए गए गोदामों सहित कुल मिलाकर लगभग 2,278 गोदाम इस डिजिटल पहल में शामिल किए जाएंगे.
डिपो दर्पण पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी 20 मई को करेंगे. सरकार के अनुसार, इस इनिशिएटिव में डिपो प्रबंधक अपने डिपो में उपलब्ध इन्फ्रास्ट्रक्चर के जियो-टैग किए गए इनपुट अपलोड कर पाएंगे, जिससे समय पर सुधार के लिए ऑटोमेटेड रेटिंग और एक्शन पॉइंट तैयार होंगी. यह सिस्टम पर्यवेक्षी अधिकारियों और थर्ड पार्टी ऑडिट द्वारा 100 प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करती है.
गोदामों का मूल्यांकन दो मुख्य श्रेणियों के आधार पर किया जाता है, जिसमें पहली इन्फ्रास्ट्रक्चर है इसमें सुरक्षा मानक, भंडारण की स्थिति, पर्यावरण, टेक्नोलॉजी अपनाने और वैधानिक मापदंड को शामिल किया जाता है और दूसरी ऑपरेशनल दक्षता है जिसमें स्टॉक टर्नओवर, हानि, स्थान उपयोग, मैनपावर व्यय और मुनाफा शामिल हैं. प्रत्येक श्रेणी का मूल्यांकन स्वतंत्र रूप से किया जाता है और गोदाम को दोनों मापदंडों की स्कोरिंग के आधार पर स्टार रेटिंग प्राप्त होती है. डिपो दर्पण को स्मार्ट वेयरहाउसिंग टेक्नोलॉजी के साथ एकीकृत किया गया है.