Satna News : पिता ने डांटा तो बेटे ने कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतारा
दुर्घटना बता कर करता रहा गुमराह, ढाई महीने बाद हुआ खुलासा, मां-बेटा गिरफ्तार

सतना . बेटे की हरकतों से परेशान पिता का डांटना ही उसकी मौत का कारण बन गया. डांट से गुस्साए बेटे ने गहरी नींद में सो रहे पिता पर कुल्हाड़ी से वार करते हुए मौत के घाट उतार दिया.
इस मामले में एक ओर जहां हत्या को दुर्घटना बताकर बेटा, पुलिस को गुमराह करता रहा वहीं दूसरी ओर मां ने अपने बेटे को बचाने के लिए घर के अंदर मौजूद साक्ष्य मिटा दिए. लेकिन पुलिस की पड़ताल के आगे झूठ अधिक समय तक नहीं टिक सका और ढाई महीने बाद घटना का खुलासा करते हुए आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया.
जिले के रामपुर बघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी से प्राप्त जानकारी के अनुसार उमरी टिकरी टोला निवासी 45 वर्षीय धीरेंद्र सिंह परिहार की मृत्यु हो जाने की घटना 5 मार्च को सामने आई थी. धीरेंद्र की मौत का कारण उसके बेटे द्वारा सड़क दुर्घटना बताया जा रहा था. चूंकि धीरेंद्र की मृत्यु संजय गांधी मेडिकल कालेज रीवा में हुई थी. लिहाजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित केस डायरी मेडिकल कालेज चौकी के स्टॉफ द्वारा रामपुर बघेलान थाने को भेजी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का स्पष्ट उल्लेख मिला कि धीरेंद्र की मौत सिर पर भारी और धारदार हथियार के वार से हुई थी. लिहाजा पीएम रिपोर्ट में दुर्घटना के बजाए हत्या का पहलू सामने आने पर पुलिस द्वारा बारीकी से पड़ताल शुरु की गई. घटना से जुड़ी जानकारी सामने लाने के लिए पुलिस द्वारा एक ओर जहां मुखबिरों को सक्रिय किया गया. वहीं दूसरी ओर साइबर सेल की मदद भी ली गई.
पुलिस की जांच में संदेह की सूई हर बार मृतक के बेटे पर आकर टिक जा रही थी. लिहाजा आवश्यक तथ्य एकत्रित करने के बाद पुलिस ने मृतक धीरेंद्र के बेटे आदर्श उर्फ निखिल सिंह परिहार उम्र 19 वर्ष को हिरासत में ले लिया. निखिल ने पहले तो पिता की मौत की वजह सड़क दुर्घटना बताकर बचने का काफी प्रयास किया. लेकिन पुलिस टीम ने जब साक्ष्य और मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो निखिल ने अपने पिता की हत्या करना स्वीकार कर लिया.
डांट से था आक्रोशित
निखिल ने पुलिस को बताया कि 4 मार्च की रात को पिता ने उसे काफी डांटा था. जिसके चलते वह काफी आक्रोशित हो गया था. इसी आक्रोश में उसने पिता की हत्या करने की ठान ली. सुबह लगभग 5 बजे जब पिता गहरी नींद थे तो उसने कुल्हाड़ी से उनके सिर पर जानलेवा हमला कर दिया. वहीं कुछ समय बाद जब मां संतोष सिंह परिहार उम्र 41 वर्ष प्रयागराज से वापस घर लौटीं तो निखिल ने उन्हें पिता की हत्या की बात बताई. जिसे देखते हुए मां और बेटे ने मिलकर घर में हत्या के सारे साक्ष्य मिटाते हुए सफाई कर दी. वहीं सड़क दुर्घटना में गंभीर तौर पर घायल होने की कहानी बताते हुए धीरेंद्र को अस्पताल ले जाया गया.