
सिंगरौली । संपूर्ण ब्रह्माण्ड को ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट करने वाली महारात्रि, महाशिवरात्रि का परम पावन पर्व महाशिवरात्रि कल दिन बुधवार को है। इस दिन शिव भक्तों तथा सनातन धर्मियों के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।
विश्वभर में फैले शिवानुरागी शिव भक्ति अत्यंत श्रद्धा-विश्वास के साथ जलाभिषेक, दूध अभिषेक बिल्वपत्राभिषेक तथा अन्य विधियों से शिव पूजन कर व्रत रखकर मानते हैं। ज्योतिषविद् पं. डॉ. एनपी मिश्र महाप्रबंधक शिवधाम मंदिर बैढ़न के अनुसार महाशिवरात्रि भगवान शिव के गुणों का उत्सव मनाने और उनकी शिक्षाओं पर विचार करने का दिन है। भगवान शिव को ब्रह्मांड के संहारक और परिवर्तनकर्ता के रूप में जाना जाता है। शिव को ब्रह्मांड का निर्माता और सृजनकर्ता भी माना जाता है।
जो बुराई का विनाश कर संसार में अच्छाई का संचार करते हैं। भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। वही धार्मिक दृष्टि से सत्य ही शिव हैं और शिव ही सुंदर है। तभी तो भोलेनाथ आशुतोष को सत्यम शिवम सुंदर कहा जाता हैं। और शिव जी को प्रसन्न करने का ही महापर्व है शिवरात्रि हैं। जो पर्व प्रतिवर्ष फाल्गुन मास, कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता हैं। जहां धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि महाशिवरात्रि का व्रत करने वाले साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती हंै। जगत में रहते हुए मनुष्य का कल्याण करने वाला व्रत है महाशिवरात्रि।