Singrauli News : शक्तिनगर का फ्लाई ऐश गोरबी खदान में खपाने मांगी अनुमति
8 शर्तो के साथ जयंत-मुड़वानी डेम- मेढ़ौली मार्ग- सिंगरौली स्टेशन से होते हुये एनसीएल गोरबी खदान में मंजूरी देने पर सहमति

सिंगरौली। एनटीपीसी सिंगरौली परियोजना शक्तिनगर का फ्लाई ऐश जयंत मुड़वानी डेम मेढ़ौली मार्ग सिंगरौली रेलवे स्टेशन होते हुये एनसीएल गोरबी कोयला खदान पीट नम्बर 1 में परिवहन करने के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी गई है। जहां 8 विभिन्न शर्तो के साथ अपर तहसीलदार वृत्त पंजरेह सिंगरौली ने अनुमति देने के लिए अपना अभिमत उप खण्ड अधिकारी सिंगरौली के यहां भेज दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फरवरी महीने के प्रथम सप्ताह में एनटीपीसी सिंगरौली परियोजना जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश के शक्तिनगर द्वारा निर्धारित सड़क मार्ग एनटीपीसी गेट नम्बर 2 तेलगवां से जयंत-मुड़वानी डेम-मेढ़ौली मुख्य मार्ग- सिंगरौली रेलवे स्टेशन से होते हुये एनसीएल गोरबी कोयला खदान पीट नम्बर 1 तक फ्लाई ऐश परिवहन करने के लिए अनुमति मांगा है। बताया जा रहा है कि उक्त सड़क मार्ग सिंगरौली तहसील नगर की सीमा में विंध्यनगर से शक्तिनगर लगभग 7 किलोमीटर एवं जयंत से एनसीएल गोरबी खदान की दूरी करीब 20 किलोमीटर है। जहां एसडीएम सिंगरौली ने एनटीपीसी शक्तिनगर के पत्र के आधार पर एसडीएम सिंगरौली ने अपर तहसीलदार वृत्त सिंगरौली -पंजरेह से प्रतिवेदन एवं अभिमत फरवरी महीने में ही मांगा था।
अपर तहसीलदार ने इस संबंध में अपना अभिमत एवं मौजूदा हालात को देखते हुये एसडीएम को प्रतिवेदन भेजा है। सूत्रों ने बताया कि अपर तहसीलदार ने अपने प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि जयंत-ङ्क्षसंगरौली काफी व्यस्ततम मार्ग है। यात्री वाहनों के अलावा कोल वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। कोयला, ऐश परिवहन में लगे वाहनों के द्वारा अत्यधिक ट्रिप के लक्ष्य को प्राप्त कर लाख कमाने की प्रतिद्वंदता में मानक गति से ज्यादा स्पीड पर वाहन चलाये जाते हैं। जिससे आये दिन सड़क हादसे भी हो रहे हैं। इसके लिए स्पीड गर्वनर लगाया जाना आवश्यक है और मुड़वानी से मेढ़ौली तक सड़क का चौड़ीकरण कराया जाये। प्रतिवदेन में इस बात का भी जिक्र है कि ऐश डाईक परिवहन के कारण उक्त मार्ग पर और अत्यधिक यातायात का दबाव बढ़ेगा। ऐेसे में सड़क का चौड़ीकरण टू-वे, फोरलेन या ऐश कोयला परिवहन के लिए लगे वाहनों के पृथक मार्ग होना आवश्यक है। इसके अलावा प्रतिवेदन में कुल 8 शर्तों का पालन किये जाने के बाद ही ऐश डाईक परिवहन करने के लिए अनुमति देने अपना सुझाव दिया है।
ट्रैफिक मार्शल तैनात करे तभी दें अनुमति
प्रतिवेदन में इस बात का भी जोर दिया गया है कि उक्त सड़क मार्ग से ही एनसीएल जयंत परियोजना के कोयला खदान, केन्द्रीय कर्मशाला जयंत, आईओसीएल तथा अन्य परियोजनाओं, संस्थाओं में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों के साथ बैढ़न-जयंत-मोरवा-शक्तिनगर को जाने वाले यात्री एवं स्कूली छात्रों के वाहनों की एक निश्चित समयांतराल में अधिकता रहती है। उस समयांतराल में यातायात दबाव कम करने के लिए ऐसे ऐश कोयला अन्य भारी माल के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया जाना अत्याआवश्यक होगा। ताकि आम जनमानस के आवागमन में होने वाली असुविधा के साथ सड़क दुर्घटना से सुरक्षा प्राप्त हो सके। साथ ही आबादी कॉलोनी एवं बाजार क्षेत्र में ट्रैफिक मार्शल तैनात कर उनकी निगरानी में ऐसे वाहनों का आवागमन सुनिश्चित किया जाना उचित होगा। सड़क के निरंतर रख-रखाव व ऐश परिवहन के कारण प्रदूषण के नियंत्रण के लिए एयर प्यूरीफिकेशन, स्प्रिंकलर से जल छिड़काव, सड़क-सफाई की व्यवस्था अत्यावश्यक है और एनजीटी के दिशा-निर्देशा का शत-प्रतिशत पालने करने को तैयार हो तभी ऐश परिवहन करने के लिए अनुमति दी जाये।
पाईप लाईन, रेल मार्ग से ऐश परिवहन करने का सुझाव
प्रतिवेदन में इस बात का भी जिक्र है कि ऐश परिवहन के लिए चयनित सड़क मार्ग की लम्बाई लगभग 20-30 किलोमीटर है तथा यह मार्ग पहाड़ी क्षेत्र के साथ-साथ अत्यधिक घुमावदार रास्ते के रूप में है। जहां अधिकांशत: ऐसे भारी माल वाहनों के खराब दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से मार्ग अवरूद्ध होने की समस्या बनी रहती है। ऐसी घटनाओं के निदान के लिए उक्त मार्ग के प्रारंभ,मध्य,अंत में ऐसे चयनित स्थल पर उचित संसाधनों यथा के्रन, जेसीबी, एम्बुलेंस एवं अन्य की उपलब्धता 24&7 सुनिश्चित किया जाना उचित होगा। पूर्व में भी इस संबंध में प्रतिवेदित किया गया था। किन्तु वर्तमान अवधि तक इस संबंध में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं पायी गयी है। इस व्यवस्था के लिए कठोर निर्देश प्रदान किया जाना उचित होगा। एनटीपीसी परियोजना शक्तिनगर से ऐश डाईक का निरंतर निर्गमन होना है। सड़क मार्ग के अतिरिक्त अन्य वैकल्पिक साधनों पाईप लाईन, रेल मार्ग अन्य वैकल्पिक मार्ग से ऐश डाईक, कोयले के परिवहन की सुनिश्चित भविष्य में अत्यधिक उपयोगी होगी।