Sonbhadra News : करोड़ों का गोलमाल, पुलिस ने कसा शिकंजा

अनपरा। स्थानीय थाना क्षेत्र में कई जगह एलयूसीसी का कार्यालय खोलकर बड़ा गोलमाल करने का मामला सामने आया है। वही औड़ी मोड़ के नजदीक चल रही सिटी म्युचुअल बेनिफिट इंडिया लिमिटेड की शाखा में बड़ा गोलमाल होने का मामला प्रकाश में आया है। इस शाखा के मैनेजर भागीरथी गुप्ता पश्चिमी परासी डीह बाबा रोड के निवासी है, उनपर गंभीर आरोप लग रहे है।
उन पर स्थानीय ग्राहकों से करोड़ों रु पये जमा करवाने का दावा है, लेकिन अब खबरें है कि ग्राहकों की यह मेहनत की कमाई डूबने या गायब होने के कगार पर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मैनेजर और उनके सहयोगियों ने चालाकी से ग्राहकों को गुमराह किया। लुभावने वादों और संदिग्ध हथकंडों के जरिए उनकी गाढ़ी कमाई जमा करवाई गई। अब जब ग्राहक अपने पैसे वापस मांग रहे हैं, तो उन्हें टालमटोल और झूठे आश्वासनों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में भागीरथी गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनका खुद का लाखों रुपये इसी बैंक में जमा था और वह नौकरी करते थे। इतने दिनों से उन्हें पगार नहीं मिली। नवंबर में ही उन्होंने कंपनी से रिजाइन कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि वह तो सिर्फ मैनेजर थे, लेकिन जो कंपनी का मालिक है उसका नाम भी भागीरथी मौर्य है, जो रावर्ट्सगंज, सोनभद्र का निवासी है। गुस्साए ग्राहक अब शासन-प्रशासन की ओर रुख कर रहे है और मैनेजर व मालिक और उनके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है।
दूसरी ओर मैनेजर और उनके साथी ग्राहकों को फिर से लुभावने वादों में फंसाकर उनके गुस्से को शांत करने की कोशिश में जुटे है, ताकि उनके कदम प्रशासन तक न पहुंचे। चर्चाओं में यह भी जोरों पर है कि मैनेजर और उनके सहयोगियों की आमदनी और संपत्ति में कम समय में जबरदस्त उछाल आया है।
लोग मांग कर रहे है कि उनके और उनके परिवार के बैंक खातों व संपत्तियों की गहन जांच हो, ताकि इस संदिग्ध मामले की सच्चाई सामने आए। सिटी म्युचुअल बेनिफिट इंडिया लिमिटेड से जुड़े इस गोलमाल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जो जागा सो पाया, जो सोया सो खोया। उधर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा के निर्देश पर अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस ने अंबिका जायसवाल पुत्र स्व. मोतीलाल निवासी डिबुलगंज, अनपरा को गिरफ्तार कर चालान कर दिया। अंबिका जायसवाल ने थाना क्षेत्र के नागरिकों को एलयूसीसी बीमा के नाम पर धोखाधड़ी से एलयूसीसी में करोड़ों रु पये जमा करवाए। मैच्योरिटी के बाद जब ग्राहकों ने अपने रुपये वापस मांगे, तो अभियुक्त टालमटोल करते हुए रु पये वापस नहीं किया और उनके बांड भी हड़प लिया। टीम में उप निरीक्षक अशोक सिंह, हेड कांस्टेबल विपिन जायसवाल, कांस्टेबल अजीत यादव शामिल रहे।