Singrauli News: भाजपा में अब जिलाकोषाध्यक्ष को लेकर मचा धमासान
जिला कार्यकारिणी घोषित होने के बाद से सोशल मीडिया में जमकर हो रही किरकिरी, भाजपा के कुछ कार्यकर्ता भी उठा रहे सवाल

सिंगरौली । भारतीय जनता पार्टी की जिला कार्यकारिणी घोषित होने के चन्द दिनों के बाद भी विवादों में घिर गई है। एक ओर जहां वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश तिवारी रज्जू ने जिला उपाध्यक्ष पद को ठुकरा दिया है। अब वहीं कोषाध्यक्ष कुछ अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया में भाजपा की खूब किरकिरी हो रही है।
दरअसल भाजपा सिंगरौली की जिला कार्यकारिणी विवादों में घिरती नजर आ रही है। पूरे कार्यकारिणी में एक भी आदिवासी पुरूषो को जगह नही दी गई है। वहीं देवसर विधानसभा में अजा वर्ग के किसी भी पुरूष को कार्यकारिणी में नही रखा गया है। इसको लेकर पार्टी में तरह-तरह के सवाल खड़े कि ये जा रहे हंै। राजनैतिक पंड़ितों का मत है कि देवसर व चितरंगी में अजा, अजजा पुरूषो को एक सुनियोजित तरीके से कार्यकारिणी में जगह नही दी जा रही है। ताकि इन क्षेत्रों के दूसरा कोई बड़ा नेता पनपने ना पाये। यहां के दिग्गज नेताओं को अपनी-अपनी कुर्सी का डर सता रहा है। इसी लिए चितरंगी में अजजा एवं देवसर विस में अजा वर्ग के पुरूषो को कार्यकारिणी में फीट नही बैठ पा रहे हैं।
इधर बताते चले कि भाजपा जिला कार्यकारिणी घटित होने के बाद जिला उपाध्यक्ष राजेश तिवारी ने त्यागपत्र देकर भूचाल मचा दिया है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व बैकफूट पर आ गया है। इधर विवादित चेहरों में अंजनी जायसवाल का नाम भी शामिल हैं, जिन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली हैं। कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है कि अंजनी जायसवाल कभी संगठन में सक्रिय नहीं रहे, बल्कि कभी पद मिला, तो उनका दायरा ओबी कंपनियों तक सीमित रहा। उनके बारे में हर कोई जानता है। फिर अंजनी जायसवाल किस भाजपा नेता के पसंददीदा बन गये और उन्हें कोषाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद जैसो पर नवाज दिया गया। वहीं यह भी चर्चा है कि जिसने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी का विरोध किया और त्यागपत्र भी दिये, उन्हें भी इस कार्यकारिणी में जगह दी गई। अब भाजपा की जिला कार्यकारिणी धीरे-धीरे विवादों में घिरती नजर आने लगी है। साथ ही सोशल मीडिया में भाजपा संगठन की किरकिरी शुरू है।




