Singrauli में रेयर अर्थ मिनरल्स का भंडार मिला, 23 को कॉन्क्लेव

भोपाल सिंगरौली में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (रेयर अर्थ एलिमेंट्स) का बड़ा भंडार मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस खोज से भारत की चीन पर निर्भरता कम होगी और प्रदेश “क्रिटिकल मिनरल्स हब” के रूप में उभरेगा। इन खनिजों से हरित ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और हाई-टेक उद्योगों में आत्मनिर्भरता मिलेगी।
केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद में बताया था कि पहली बार इतनी अधिक मात्रा में रेयर अर्थ एलिमेंट्स भारत में खोजे गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, | यह खोज ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा तकनीक में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि कोल इंडिया लिमिटेड के शोध में सिंगरौली की कोयला खदानों और चट्टानों में स्कैंडियम, इट्रियम जैसे तत्व पाए गए हैं। कोयले में इनकी औसत मात्रा 250 पीपीएम और गैर-कोयला स्तर पर 400 पीपीएम आंकी गई है। यह खोज जुलाई 2025 में आधिकारिक रूप से घोषित की गई। राज्य सरकार इन खनिजों की प्रोसेसिंग और रिसर्च के लिए आधारभूत ढांचा तैयार कर रही है। इसी को देखते हुए 23 अगस्त को कटनी में होने वाली माइनिंग कॉन्क्लेव में मप्र सरकार और कोल इंडिया के बीच सिंगरौली में रेयर अर्थ मिनरल्स की खोज के लिए अनुबंध होगा। साथ ही आईआईटी धनबाद और भोपाल का आईआईएसईआर मिलकर क्रिटिकल एंड स्ट्रेटिजिक मिनरल की खोज करेंगे।




