Singrauli मोरवा के लोग संगठित रहेंगे तो NCL को झुककर पूर्ण लाभ देना पड़ेगा: रामलल्लू
यदि एनसीएल ने वार्ता के लिए पहल नहीं की तो आगामी समय में मुख्यालय समेत एनसीएल का उत्खनन और प्रेषण रोक की जाएगी तालाबंदी

सिंगरौली। बस स्टैंड मोरवा के समीप आज दिन रविवार को चेतावनी सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता सिंगरौली के पूर्व विधायक रामलल्लू बैस ने की।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अमित तिवारी, संगठन के प्रदेश महासचिव अधिवक्ता सत्येन्द्र पासवान, संगठन के महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सुशीला सिंह समेत अन्य ने सभा को संबोधित करते हुए एनसीएल प्रबंधन के दोहरी नीति के विरोध में जमकर भड़ास निकालते हुए एनसीएल प्रबंधन को चेतावनी देते हुए लोगो के बीच अपनी बातें रखी। पूर्व विधायक रामलल्लू बैस ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि मोरवा की जनता एकजुट रहेगी तो एनसीएल को झुककर संपूर्ण लाभ देना पड़ेगा। उन्होंने बताया की उनके द्वारा विधायक रहते हुए सभी विस्थापन में पट्टेधारकों समेत शासकीय भूमि पर बसे लोगों को एक समान लाभ दिया गया।
इतना ही नहीं वार्ड क्रमांक 10 में हुए विस्थापन के दौरान भी एनसीएल प्रबंधन द्वारा ही सभी को सामान आंकते हुए विस्थापित मानकर एक समान मुआवजा दिया गया, परंतु अब एनसीएल प्रबंधन दोहरी नीति अपना रहा है। पूर्व विधायक ने एनसीएल पर आरोप लगाते हुए यह कहा कि एनसीएल प्रबंधन कुछ चुनिंदा लोगों को छोड़कर सभी का नापी में कम रेट लगाकर कम मुआवजा बांटने के फिराक में है। वही इस चेतावनी सभा को अमित तिवारी ने अपनी उद्बोधन में कहा कि एनसीएल ब्रिटिश गवर्नमेंट के तर्ज पर फू ट डालो और राज करो की नीति अपना रहा है।
जिसने पहले यहां के लोगों के बीच फूट डाला और अब राज करने की फिराक में है। वही आगे कहा कि आज राष्ट्रीय हित में मोरवा के लोग अपने घर, परिवार, समाज की बलि देने को तैयार, परंतु एनसीएल भी स्थानीय लोगों के बारे में कुछ सोचें। उन्होंने शिक्षा पर सवाल करते हुए कहा कि यहां कई स्कूल एवं कॉलेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में है।