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ऐसा करने पर जल्दी घिस जाते हैं गाड़ी के टायर

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टायर रोटेशन एक जरूरी और महत्वपूर्ण मेंटेनेंस प्रोसेस है. गाड़ी नई हो या पुरानी इनके टायरों को नियमित अंतराल पर बदला जाता है, ताकि उनका घिसाव समान हो और उनकी लाइफ बढ़े. यह प्रक्रिया न केवल टायरों की एफिशियंसी को बनाए रखती है, बल्कि वाहन की सेफ्टी और परफॉरमेंस को भी बेहतर बनाती है

टायर रोटेशन कैसे करें-टायर रोटेशन के लिए आपको कुछ उपकरण जुटाने होंगे. इसमें जैक, जैक स्टैंड, लुग रिंच और टायर प्रेशर गेज जैसी चीजें शामिल हैं. इसके बाद गाड़ी को एक समतल सरफेस पर खड़ा करें. अब आप रोटेशन पैटर्न चुन सकते हैं, जो तीन तरह के होते हैं

वाहन को ऊपर उठाएं आप मैकेनिक की मदद लेकर यह फैसला कर सकते हैं कि गाड़ी में टायर रोटेशन करने के लिए किस पैटर्न को चुनना है. इसके बाद जैक का उपयोग करके वाहन को सुरक्षित रूप से उठाएं और जैक स्टैंड पर रखें.

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टायर हटाएं और बदलें- लुग रिंच से टायरों के बोल्ट ढीले करें, टायर हटाएं और चुने हुए पैटर्न के अनुसार उनकी स्थिति बदलें. बोल्ट को कसने से पहले टायरों को अच्छी तरह फिट करें. टायर रोटेशन के बाद टायर प्रेशर गेज से एयर प्रेशर चेक करें और निर्माता द्वारा बताए गए लेवल तक इसमें हवा भरें.

टायर रोटेशन के फायदे समय-समय पर टायर रोटेट करने से कई फायदे हो सकते हैं. ऐसा करने से टायरों का घिसाव एकसमान होता है, क्योंकि अलग-अलग स्थिति में टायरों पर अलग-अलग दबाव पड़ता है. इससे टायरों की उम्र बढ़ती है. इसके अलावा, समान रूप से घिसे टायर बेहतर ग्रिप और कंट्रोल प्रदान करते हैं, जिससे ड्राइविंग सुरक्षित रह सके.

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