कारोबारमध्य प्रदेश

Urjadhani के Chitrangi अंचल की धरती उगलेगी सोना व लोहा

4 गोल्ड एवं 1 आयरन के लिए खदान मंजूर, ड्रिलिंग एवं ट्रंचिंग का कार्य शुरू

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सिंगरौली। जिले के चितरंगी ब्लॉक के बनांचल की धरती अब सोना और आयरन उगलेगी। इसके लिए 4 गोल्ड एवं 1 आयरन ब्लॉक आवंटित कर दिये गये हैं। जहां कुछ महीनों बाद खनिज का उत्पादन कार्य भी शुरू होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

गौरतलब है कि जिले की धरती अभी तक ब्लैक डायमण्ड कोयला उगल रही थी। लेकिन अब यहां की धरती गोल्ड के साथ-साथ आयरन भी उगलेगी। जिसके लिए चितरंगी ब्लॉक क्षेत्र में क्रमश 4 गोल्ड ब्लॉक एवं 1 आयरन और ब्लॉक शासन द्वारा आवंटित किये। जिनमें चकरिया गोल्ड माइंस रकवा 23.60 हे. मेसर्स गरिमा नेचुरल रिसोर्सेस प्रायवेट लिमिटेड, गुरहर पहाड़ गोल्ड ब्लॉक सिल्फोरी एवं सिधार रकवा 149 हे. मेसर्स कुंदन गोल्ड माइंस प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित है। वही इसी ब्लॉक के ।

अमिलहवा गोल्ड ब्लॉक रकवा 1000 हे. मेसर्स कुंदन गोल्ड माइंस, सोनकुरवा गोल्ड ब्लॉक रकवा 260 हे. मेसर्स कुंदन गोल्ड माइंस शामिल है। साथ ही मिसिरगवां आयरन और ब्लॉक रकवा 1550 हे. रॉकस्टोन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित किया गया है। गोल्ड के लिए 4 एवं आयरन के लिए । ब्लॉक आवंटित होने के बाद यहां रोजगार के भी अवसर प्राप्त होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। खनिज विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोल्ड एवं आयरन ब्लॉक के लिए आवंटित स्थानों में इन दिनों संविदा कंपनियों के द्वारा ड्रिलिंग एवं ट्रचिंग का कार्य आरंभकर दिया गया है। जहां ब्लॉक अंतर्गत खनिज की कुल उपलब्ध मात्रा का आंकलन किया जाएगा। तद्वपरांत उपलब्ध मात्रानुसार आगे खनिज का उत्पादन कार्य होगा। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार एवं राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होगा। चर्चाओं के मुताबिक पूरे खदानों से 200 से 250 करोड़ रूपये की आमदनी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल जिले में गोल्ड एवं आयरन के लिए आवंटित ब्लॉकों में ड्रिलिंग एवं ट्रेचिंग का कार्य शुरू होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी भी देखी जा रही है।

1 टन मटेरियल में डेढ़ ग्राम निकलेगा सोना !

खनिज विभाग के सूत्रों के मुताबिक जीएसआई की सर्वे रिपोर्ट से जानकारी मिल रही है कि उक्त गोल्ड खदानों से खुदाई करने पर एक ट्रेन मटेरियल में एक से डेढ़ ग्राम तक गोल्ड के निकलने की संभावना है। जिसकी जांच कंपनी द्वारा अपने तौर-तरीके से कराई जा रही है। गुरहरा पहाड़ की खदान में कंपनी द्वारा कोर ड्रिलिंग मशीन से बोर करने का काम तेजी से किया जा रहा है।

फॉरेस्ट से अभी नहीं मिली मंजूरी

सूत्रों के मुताबिक केन्द्र सरकार से गोल्ड खदान की स्वीकृति मिलने और टेन्डर प्रक्रिया पूरी होने के बाद सोनपुरवा गोल्ड समेत अन्य खदानों के लिए वन विभाग से एनओसी प्राप्त नहीं हुई है। जबकि उक्त फाइल प्रक्रिया विचाराधीन है। खनिज विभाग दफ्तर से वन विभाग के पास एनओसी प्राप्त करने फाइल को कई दिनों पूर्व ही भेज दी गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही वन विभाग से एनओसी मिल सकती है।

इनका कहना है

चितरंगी विकास खण्ड में 4 गोल्ड एवं 1 आयरन ब्लॉक आवंटित किये गये हैं। जहां संविदाकार के द्वारा ड्रिलिंग एवं ट्रेचिंग का कार्य किया जा रहा है। सभी ब्लॉको का रकवा भी तय है।

कपिलमुनि शुक्ला सहायक खनिज अधिकारी, सिंगरौली

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