Singauli News : नायब तहसीलदार 65 हजार रिश्वत लेने के बाद भी नही किया बटनवारा
कलेक्टर से हुई शिकायत, आवेदन खारिज करने की धमकी, कलेक्टर ने एसडीएम को दिए जांच के निर्देश

सिंगरौली । कलेक्ट्रोरेट में गत दिवस मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में बसौंड़ा गांव से आए एक फरियादी ने कलेक्टर से नायब तहसीलदार पर 65 हजार रिश्वत देने के बाद भी बटबारा नही करने का आरोप लगाया। शिकायत के बाद कलेक्टर ने एसडीएम सृजन वर्मा को जांच के आदेश दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बसौड़ा गांव निवासी रामगोपाल पाल अपनी जमीन के बटनवारे के लिए 1 साल से तहसील कार्यालय का चक्कर काट रहा है। अब परेशान होकर वह कलेक्टर से जनसुनवाई में शिकायत की है। पीड़ि़त ने बताया कि बसौड़ा गांव में सहखाते की जमीन है। सभी सह खातेदारों की सहमति से एक साल पूर्व माड़ा तहसील में बटनवारा के लिए आवेदन किया गया। बटनवारा के लिए फरियादी किसान 1 साल से माड़ा तहसील के चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक उसकी सुनवाई नही हुई।
पीड़ित ने बताया कि नायब तहसीलदार बुद्धसेन माझी को बटवारे के आदेश के लिए 45 हजार रूपए रामगोपाल के द्वारा दिया गया। जबकि नायब तहसीलदार के ड्राइवर मतीन को भईया रामपाल के द्वारा 20 हजार रूपए दिए गए। रिश्वत की रकम तहसीलदार के गनियारी आवास में दिया गया, लेकिन कल 65 हजार रुपए लेने के बाद भी नायब तहसीलदार टालमटोल कर रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने एसडीएम सृजन वर्मा को जांच के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि किसी कीमत पर रिश्वतखोर कर्मचारी बचना नही चाहिए।
खारिज कर दूंगा तो डूब जाएगा पैसा
पीड़ित ने कलेक्टर को दिए शिकायती पत्र में लिखा है कि नायब तहसीलदार बटनवारा आदेश करने में एक साल लगा दिये। जब बटनवारा के लिए बोलता हूं तो उनके द्वारा कहा जाता है कि जब समय मिलेगा तो हम तुम्हारे जमीन का बटनवारा का आदेश करेंगे। यदि तुम हमको बार-बार बोलोगे तो हम तुम्हारा प्रकरण खारिज कर देंगे तो तुम्हारा पैसा भी डूब जायेगा। नायब तहसीलदार पीड़ित को यहां तक धमकाते हैं कि तुम्हें जहां शिकायत करना है कर लो।
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