निजी एंबुलेंस दलालों ने महिला वार्ड के सामने की मारपीट
महिलाओं के सामने गाली-गलौच न करने की ताकीद वन विभाग के चौकीदार को पड़ी भारी

सतना. महज 1 दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिस जिला चिकित्सालय में महिलाओं के सम्मान में तरह-तरह के कसीदे गड़े गए थे, उसी अस्पताल के महिला वार्ड के सामने मौजूद निजी एंबुलेंस दलालों ने अभीलता की हद पार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इतना ही नहीं बल्कि जब इन अवांछित तत्वों को उनके कृत्य के लिए टोका गया तो उन्होंने बुरी तरह मारपीट कर दहशत फैलाने का कुत्सित प्रयास भी किया. पीड़ित व्यक्ति द्वारा घटना की शिकायत की गई है, लिहाजा अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जाती है.
शहर के सिविल लाइन क्षेत्र अंतर्गत फारेस्ट कालोनी निवासी और वन विभाग में बतौर चौकीदार पदस्थ सहेबान खानपिता स्व. नजीर उम्र 28 वर्ष रविवार को अपनी बीमार बहन का हाल जानने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे. उनकी बहन की अचानक तबियत बिगड़ने की वजह से भोर में ही जिला अस्पताल लाया गया था. जहां पर उनकी हालत को देखते हुए महिला मेडिसिन वार्ड क्र. 7 में भर्ती कर उपचार किया जा रहा था. सहेबान खान ने बताया कि दोपहर के समय वे महिला वार्ड के सामने मौजूद बेंच पर बैठे हुए थे. उनके बगल में कैथी खान पिता आईअप्पा उर्फ अकरम खान निवासी नजीराबाद बैठा हुआ था. बगल में बैठा कैथी लगातार अभील गालियां दिए जा रहा था.
चूंकि वहां पर कई महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे, लिहाजा यह देखते हुए सहेबान में कैथी को अभील गालियां बकने से मना किया. टोके जाने पर कैथी ने सहेबान को ही आड़े हाथों लेते हुए उसेके साथ गाली गलौच शुरु कर दी. कैथी के सुर में सुर मिलाते हुए 2 और निजी एंबुलेंस दलाल भी शामिल हो गए, जैसे ही सहेचान ने गाली गलौच का विरोध किया वैसे ही कैथी ने उस पर लात-घूसों से प्रहार शुरु कर दिया. बुरी तरह की गई मारपीट के चलते न सिर्फ सहेबान की बाई नाक से खून बहने लगा बल्कि उसके सिर के बाएं हिस्से में सूजन भी आ गई. वहीं शरीर के अन्य हिस्से में आई चोट के चलते वह दर्द से बुरी तरह कराहने लगा. घटना होती देख आस पास मौजूद लोगों ने बीच बचाव करते हुए सहेबान को किसी तरह उनके चुंगल से छुड़ाया, लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए तीनों अवांछित तत्व जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग निकले.
महिलाओं को मारी टक्कर
महिला मेडिसिन वार्ड के सामने मारपीट कर दहशत फैलाने के बाद तीनों निजी एंबुलेंस दलाल भागते हुए पार्किंग तक पहुंचे, जहां पर मौजूद एक आटो को कब्जे में लेते हुए उन्होंने वहां से भागने की कोशिश की. लेकिन इस आपाधापी में उनके द्वारा अस्पताल परिसर में जा रही 3 महिलाओं को ठोकर मार दी गई. ठोकर लगने से महिलाएं गिर कर घायल हो गईं. जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों के बीच दहशत फैल गई. लेकिन इससे पहले कि लोग उन्हें दबोच पाते वे अस्पताल से रफूचक्कर हो गए, पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली थाने में धारा 296 115 351 और 3 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है.
अस्पताल के हर कोने में
निजी एंबुलेस या शव वाहन के दलालों का जमावड़ा न सिर्फ अस्पताल चौकी में बना रहता है बल्कि उनका दखल ओपीडी, सभी वार्ड और ट्रामा सेंटर से लेकर मर्क्युरी तक देखने को मिलता है. इन अवांछित तत्वों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा अस्पताल के गार्ड को सरेआम जान से मारने की धमकी दिए जाने की घटना से लगाया जा सकता है. खून की दलाली से लेकर अस्पताल के मरीजों को बरगला कर शहर अथवा बाहर के निजी अस्पतालों में ले जाना हर रोज का शगल है. इतना ही नहीं बल्कि अस्पताल परिसर के अंदर होने वाली तमाम अवैध गतिविधियों में भी अक्सर इन्हीं अवांछित तत्वों की संलिप्तता पाई जाती है.