रेणुकूट/अनपरा/ओवरा। लगातार तेज बरकत के चलते पिपरी स्थित रिहंद बांध ने मंगलवार को उच्यतम जलस्तर का आंकड़ा पार कर लिया। देर शाम बांध का जलस्तर 871.2 फीट तक पहुंच गया।
कुछ देर के लिए एक गेट खोला गया, मगर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बंद कर दिया। बाद में 871.4 फीट जलस्तर होने पर सत में तीन गेट खोलने की तैयारी रही। बांध पर आधारित 300 मेगावाट की पबिजली इकाइयों को भी पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है।
पिछले माह 29 अगस्त को रिहंद का जलस्तर 870 फीट पहुंचने पर बारी-बारी से सात गेट खोले गए थे। बारिश धमने के बाद जलस्तर 868.2 फौट पर चला गया था। पिछले दो दिनों में हुई तेज बारिश से बांध का जलस्तर फिर 871.2 के अधिकतम जलस्तर को पार कर गया।
रिहंद के एक्सईएन शशिकांत राय ने माइया कि दोपहर में रिहंद का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। जल विद्युत की सभी इकाइयों को पूर्ण क्षमता से चलाया जा रहा है। पड़ोसी राज्यों से रिहंद में तेजी से पानी आ रहा है।
उधर, रिहंद से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण ओबरा बांध का जलस्तर भी अधिकतम 193.24 मोटर को मंगलवार की देर शाम पार कर गया। इससे पहले बांध के पांच फाटक सुबह ही खोल दिए गए थे।
बांध के जई विनोद कुमार ने बताया कि गेट नंबर सात, आठ, नी को 10- 10 फीट और गेट नंबर छह व दस को 5-5 फीट तथा खोलकर 45 हजर क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है।
सुबह 6.15 बजे से गेट खुलना शुरू हुआ और बांध का जल स्तर सामान्य बनाने के लिए एक घंटे के अंदर ओबरा बांध के पांच गेट खोलने पड़े। जल स्तर नीचे लाने के लिए बांध पर बने जल विद्युत की 33 मेगावाट मेगावाट क्षमता की तीनों इकाइयों को पूही क्षमता से चत्ताकर 87 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।