Ford ने एक बार फिर भारतीय यूजर्स के मन में उम्मीदें जगा दी हैं। माना जा रहा है कि फोर्ड जल्द ही भारत में अपनी वापसी कर सकती है। इसके लिए हाल ही में फोर्ड ने तमिलनाडु सरकार को एक आशय पत्र दिया है और फोर्ड+ योजना के बारे में बताया है। दरअसल फोर्ड के भारत में प्लांट थे, जिनमें से कंपनी ने अपना गुजरात प्लांट टाटा को बेच दिया और तमिलनाडु प्लांट कंपनी ने अपने पास ही रखा। जब फोर्ड एक बार फिर भारत में वापसी की कोशिश कर रही है तो माना जा रहा है कि कंपनी अपने तमिलनाडु प्लांट के जरिए वाहनों का निर्यात करेगी।
Ford के तमिलनाडु प्लांट में इतने कर्मचारी!
फोर्ड के मुताबिक, कंपनी के तमिलनाडु प्लांट में फिलहाल 12000 लोग काम कर रहे हैं। अगले तीन साल में यह संख्या बढ़कर 2500 से 3000 तक पहुंच सकती है. फोर्ड ने भारत में अपना कारोबार समेटने के बाद ईवी कारें लॉन्च करने की योजना बनाई थी, जिसके लिए कंपनी ने पीएलआई स्कीम के लिए आवेदन भी किया था।
फोर्ड तमिलनाडु प्लांट भी बेचने जा रही थी
पिछले साल फोर्ड और सज्जन जिंदल की कंपनी JSW के बीच फोर्ड के तमिलनाडु प्लांट को खरीदने की बातचीत चल रही थी, लेकिन यह बीच में ही रुक गई। तभी से उम्मीद थी कि फोर्ड भारत में वापसी कर सकती है।
फोर्ड के बाद इन कंपनियों ने बनाई जगह
जब फोर्ड भारत में कारोबार कर रही थी, तब देश में मारुति, महिंद्रा, टाटा, टोयोटा और हुंडई जैसी कंपनियां थीं। उस समय फोर्ड को लगा कि भारत में उनके लिए ज्यादा उम्मीद नहीं है, इसलिए कंपनी ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया। लेकिन पिछले 2 से 3 सालों में किआ और एमजी मोटर्स ने बाजार में पकड़ बना ली है, जिससे फोर्ड की एक बार फिर भारत में वापसी की उम्मीद है।