Singrauli News : आधी रात को मिट्टी के मलवे में दब गया अधेड़ व्यक्ति
मृतक के परिजनों ने किया हंगामा, एसडीओपी, एसडीएम व टीआई ने मामले को कराया शांत

सिंगरौली। बंधौरा पुलिस चौकी क्षेत्र के खैराही में ऐश डैम निर्माण के दौरान आधी रात को एक प्रौढ़ व्यक्ति मिट्टी के मलवे में दब गया। जहां उसकी मौत हो गई। आज सुबह इस घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग पहुंच हंंगामा शुरू कर दिये। पुलिस मौके से घटना स्थल पहुंच कड़ी मसक्कत के बाद विवाद को शांत कराने में सफल रही। इस दौरान एसडीएम माड़ा, एसडीओपी, तहसीलदार, टीआई व चौकी प्रभारी विशेष रूप से मौजूद रहे।
दरअसल गड़ाखांड़ स्थित एक पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अधीन कार्य कर रही संविदा स्काई कंपनी के द्वारा खैराही गांव में ऐश डैम का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जहां ग्राम खैराही निवासी अली अख्तर पिता इब्राहिम मोहम्मद उम्र 45 वर्ष कार्य कर रहा था कि गुरूवार व शुक्रवार की आधी रात के समय जेसीबी मशीन के चालक की लापरवाही का भेंट चढ़ गया और मिट्टी के मलवे के नीचे दब गया। इसकी जानकारी आज दिन शुक्रवार की अल सुबह लगी तो घटनास्थल पर भारी संख्या में खैराही समेत आसपास गांव के लोग पहुंच गये। तब तक में बंधौरा चौकी प्रभारी बीएल बंसल अपने हमराह व अपने अन्य स्टाफ को लेकर घटनास्थल पहुंच मलवे में दबे अली अख्तर को बाहर निकालने के लिए मसक्कत शुरू कर दिया।
जब अख्तर को बाहर निकाला गया, तब तक में उसकी मौत हो चुकी थी। वही कुछ देर बाद ही एसडीएम माड़ा राजेश शुक्ला, एसडीओपी मोरवा केके पाण्डेय, माड़ा टीआई शिवपूजन मिश्रा, तहसीलदार दिवाकर सिंह, सरई टीआई जितेन्द्र सिंह भदौरिया व अन्य भारी संख्या में पुलिस घटनास्थल पहुंच मृतक के परिजनों से व स्काई कंपनी के कर्ताधर्ता से बात चीत शुरू कर दी। मृतक के परिजन डेढ़ करोड़ रूपये की सहायता राशि मांग रहे थे। अंतत: घटनास्थल पर मौजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने मृतक के परिजनों के साथ विस्तृत चर्चा किये और उक्त कंपनी के द्वारा साढ़े ग्यारह लाख रूपये बैंक खाते में व 50 हजार रूपये अंत्योष्टि के लिए देने पर सहमति जताये। साथ ही मृतक के आश्रित दो बच्चों को संविदा कंपनी में नौकरी देने का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ। तत्पश्चात पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराते हुये मृतक के परिजनों को सौप दिया है।
कार्य स्थल पर नही था सुरक्षा के प्रबंध
आरोप है कि संविदा स्काई कंपनी के द्वारा सुरक्षा आदेश को नजर अंदाज किया गया है। कार्य स्थल पर मृतक के सिर में हेलमेट तक भी नही था। कार्य में लगे अन्य श्रमिको ने भी यही चिल्ला रहे थे कि कंपनी सुरक्षा सामग्री मुहैया नही करा रही है। यहां मनमानी चल रहा है। विरोध करने पर कार्य से भगा देने की धमकी दी जाती है। डैम के कार्य में लगे अन्य श्रमिको ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।
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वीडियों बनाने पर तूतू-मैंमैं
घटनास्थल पर मृतक के परिजन व गांव के लोग पहुंचे थे। जिस वक्त मिट्टी के मलवे से अली अख्तर को मिट्टी खुरेद कर निकालने की कोशिश की जा रही थी, तभी संविदा कंपनी के अधिकारी वीडिया बनाने से मना करते हैकड़ी दिखाने लगे। लेकिन ग्रामीण उनकी एक बात नही माने। दोनों के बीच तूतू-मैंमैं शुरू हो गया। ग्रामीणों के कड़े तेवर को देख संविदा कंपनी का अमला बैकफूट पर आ गया।
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मलवे में शव छुपाने का आरोप
मृतक के परिजनों का आरोप है कि अख्तर की मौत होने के बाद उसे रेता में ही दफना दिया गया था। ताकि किसी को पता ना चले। यह कंपनी की सोची समझी चाल है। अपनी करतूतों को छुपाने के लिए कंपनी के द्वारा इस तरह का कृत्य किया गया है। वही घटना के बाद से जेसीबी चालक फरार है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चालक की तलाश की जा रही है और जब वह कब्जा में आएगा, तभी घटना के बारे में असली कारण का पता चल पाएगा।
इनका कहना
अली अख्तर नामक व्यक्ति की मौत हुई है। मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई विवेचना की जा रही है। विवेचना उपरांत जो भी दोषी होगा, उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
केके पाण्डेय
एसडीओपी, मोरवा