उत्तर प्रदेश के आलमबाग निवासी 23 वर्षीय होटल मैनेजमेंट छात्र ने दो दोस्तों के साथ मिलकर अपने अपहरण की कहानी रची। उसने अपने पिता को मैसेज भेजकर दो करोड़ की फिरौती मांगी. जब दोस्तों को पता चला कि पुलिस जांच कर रही है तो उन्होंने उसका मोबाइल फोन लेकर घर में ताला लगा दिया। छात्र ने पास से गुजर रहे एक दूधवाले के माध्यम से अपने पिता को बुलाया।
पुलिस उसे लेकर पहुंची. सख्ती से पूछताछ की गई तो छात्रा ने पूरी कहानी बता दी। फिलहाल पुलिस ने छात्र को उसके पिता को सौंप दिया है। तहरीर न मिलने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस के मुताबिक छात्रा के पिता एक कार शोरूम में जनरल मैनेजर हैं। 19 सितंबर की सुबह छात्रा दो दोस्तों के साथ घूमने गई थी। रात में वह सरोजनीनगर के वास्तुपुरम में एक दोस्त के कमरे पर रुका।
उसका मोबाइल भी बंद था. 20 सितंबर की दोपहर पिता ने आलमबाग थाने में बेटे के लापता होने की सूचना दी। पुलिस जांच कर ही रही थी कि शाम छह बजे मोबाइल ऑन हुआ और पिता के नंबर पर मैसेज आया। इसमें लिखा था कि…पापा मेरा अपहरण कर लिया… 2 करोड़ रुपयों का इंतजाम करो…बाकी बाद में बताएंगे। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी। शनिवार सुबह आठ बजे एक शख्स की कॉल आई कि आपका बेटा एक घर में बंद है। परिजन और पुलिस सरोजनीनगर के वास्तुपुरम पहुंचे। ताला तोड़कर भीतर गए, वहां वह छात्र मौजूद था।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि छात्र के साथ उसके दो दोस्त थे। एक दोस्त उसी के घर में किराये पर जिम चलाता है। फिरौती का मैसेज करने के दौरान तीनों उस मकान में थे। पूछताछ में बताया कि वह डर गए थे कि फंस जाएंगे। उनका कहना था कि छात्र ने ही पूरी साजिश रची थी।