Singrauli News: जाति प्रमाण पत्र जारी न होने से आक्रोश
विमुक्त-घुमन्तु समाज अनिश्चितकालीन धरने पर

चितरंगी । विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु जनजाति के लोगों को जाति प्रमाण-पत्र जारी न किए जाने को लेकर जिले में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जिला कलेक्टर द्वारा कल दिन बुधवार को स्पष्ट आदेश जारी किए जाने के बावजूद अब तक अधिकांश आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है, जिससे समाज में भारी नाराजगी है।
कलेक्टर कार्यालय द्वारा जारी आदेश में विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु जनजाति के अंतर्गत सम्मिलित 51 जातियों एवं उपजातियों, जिनमें धनगर जाति की उपजातियाँ गढ़रिया, कुरमार, हटकर, हाटकर, गाडरी, धारिया, गोसी, ग्वाला, गारी, गायरी, गडरिया सहित अन्य शामिल हैं के जाति प्रमाण-पत्र बनाए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद जिले में प्राप्त कुल 94 आवेदनों में से मात्र 01 जाति प्रमाण-पत्र जारी किया गया, जबकि शेष आवेदनों को अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा निरस्त कर दिया गया। इसे शासन के आदेशों की अवहेलना बताया जा रहा है। विमुक्त घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु जनजाति जिला महासंघ के जिला अध्यक्ष जागेश्वर पाल ने बताया कि कलेक्टर के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी उपखंड अधिकारियों द्वारा प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन द्वारा समाज के लोगों को आवंटित की गई जमीन का पट्टा तो दिया गया, लेकिन आज तक उस जमीन का वास्तविक पता तक नहीं बताया गया।
इन्हीं दो प्रमुख मांगों
जाति प्रमाण-पत्र तत्काल जारी किए जाएं, आवंटित भूमि का वास्तविक कब्जा दिलाया जाए को लेकर समाज द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। जिला अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र सुनवाई नहीं हुई तो संघ के सदस्य जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च करेंगे। मामले को लेकर प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, जबकि आंदोलन के और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।




