सिंगरौली। एनसीएल की जयंत परियोजना में ओबी हटाने का काम कर रही चड्डा कंपनी द्वारा विस्थापितों को रोजगार देने का वादा किया गया था। कंपनी द्वारा इसके लिए बकायदे विस्थापितो को 18 दिनों का व्हीटीसी भी कराया परन्तु जब रोजगार देने की बारी आयी तो कंपनी ने विस्थापितों को ठेंगा दिखा दिया।
चड्डा कंपनी की इस करतूत से विस्थापित परिवारों में खासा आक्रोश पनप रहा है तथा आने वाले दिनों में विस्थापित कंपनी की कारगुजारियों के विरूद्ध कठोर कदम उठाने का मन बना रहे हंै।
टे्रनिंग कर चुके एक विस्थापित ने बताया कि चड्डा कंपनी के अमित सिंह रघुवंशी ने इसलिए ट्रेनिंग करवायी थी कि ट्रेनिंग के बाद हमें रोजगार दिया जायेगा। उन्होने बताया कि हमने इस आस में व्हीटीसी किया कि हमें रोजगार मिलेगा परन्तु कम्पनी साफ साफ मुकर गयी। यदि कंपनी प्रबंधन इसी तरह का रवैया अपनाती रही तो आने वाले दिनों में विस्थापित बड़ा आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे।