सीधी . सरकारी विद्यालयों में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए शासन द्वारा भारी-भरकम बजट खर्च किया जा रहा है। साथ ही विद्यालयों को सभी आवश्यक संसाधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं। फिर भी संस्था प्रमुखों एवं शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है! जिला मुख्यालय के समीपी शासकीय हाई स्कूल करगिल में आज दोपहर विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय के सामने साफ-सफाई करने का वीडियो वायरल होते ही अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा।
चर्चा के दौरान कुछ अभिभावकों ने बताया कि घर से बच्चे स्कूल पढने के लिए जाते हैं। लेकिन यहां के प्राचार्य बुद्धसेन प्रताप सिंह कारपेती एवं दबंग शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं से साफ- सफाई कराई जाती है। जबकि विद्यालय में नियमित भृत्य की पदस्थापना साफ-सफाई करने के लिए ही है। भृत्य द्वारा विद्यालय में साफ-सफाई का काम नहीं किया जाता।
यह काम स्कूल आने वाली छात्राओं एवं छात्रों से कराया जाता है। आज दोपहर करीब 12 बजे विद्यालय के सामने बारिश के महीने में घने चारा एवं झडिरों की सफाई जोखिम के बीच करता देखकर वहां से गुजर रहे कुछ अभिभावकों ने वीडियो बना लिया। वायरल वीडियो में पूंछने के दौरान कुछ छात्र यह कह रहे हैं। कि प्राचार्य के कहने पर सभी बच्चे विद्यालय के सामने और उसके आसपास उगने वाली झाडियों एवं चारों की सफाई का काम कर रहे थे!
विद्यालय में पदस्थ शिक्षकों की मनमानी
क्षेत्रीय अभिभावकों का आरोप है कि शासकीय हाई स्कूल करगिल में पदस्थ शिक्षकों की मनमानी के चलते व्यवस्थाएं पूरी तरह से पंगु हैं। हालात यह है कि विद्यालय का औचक निरीक्षण करने के लिए कोई भी विभागीय अधिकारी नहीं आते। जिसके चलते यहां पदस्थ शिक्षक केवल उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करने के बाद गप्पे हांकना शुरू कर देते हैं।
मामले की कराई जाएगी जांच, दोषियों पर होगी कार्यवाही : डीईओ
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा ने कहा कि मीडिया के माध्यम से हमें इसकी जानकारी मिली है। क्या सच्चाई है इसकी जानकारी विद्यालय के माध्यम से ली जाएगी। यदि वास्तविक रूप से बच्चों से झाड़ी कटवाने का काम कराया जाता है तो गलत है। उस पर कार्यवाही की जाएगी।