Coal India के कर्मचारियों को इस बार 93 हजार 750 रुपये bonus मिलेगा. इससे 2.42 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा. रविवार को नई दिल्ली के कोयला भवन में प्रबंधन और यूनियनों के बीच मानकीकरण समिति की लगभग सात घंटे तक चली बैठक में बोनस पर सहमति बनी।
पिछले साल 2023 में कोल इंडिया ने बोनस के तौर पर 85,500 रुपये का भुगतान किया था. इस बार 8250 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. बोनस समझौते का लाभ कोल इंडिया के साथ-साथ सिंगरैनीज कोल कंपनी के कर्मियों को भी मिलेगा. वित्त वर्ष 2023-24 में कोल इंडिया को 37,369 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है.
इसके आधार पर बोनस की राशि तय की गयी. कोल इंडिया बोनस के तौर पर करीब 1875 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी. इसका लाभ दो लाख 42 हजार कोयला कर्मियों को मिलेगा. इन कर्मियों में झारखंड स्थित कोल इंडिया की इकाई बीसीसीएल, सीसीएल और ईसीएल के कर्मचारी भी शामिल हैं.
बोनस को लेकर रखी गई है ये शर्त (This condition has been placed regarding the bonus)
कोयला कर्मियों को 312 दिन की उपस्थिति पर घोषित बोनस की पूरी राशि मिलेगी. इससे कम उपस्थिति पर भुगतान की गई राशि से कटौती की जाएगी। बोनस भुगतान के बाद झारखंड के पूजा बाजार में कोयला कर्मियों के माध्यम से करीब आठ सौ करोड़ रुपये आयेंगे. इस बार शुरू से ही कोयला कर्मियों को पिछले वर्ष मिले 85 हजार पांच सौ हजार रुपये से अधिक के लिए मान्यता प्राप्त यूनियनों ने प्रबंधन पर दबाव बनाया था. बैठक में एटीके, एचएमएस, बीएमएस और सीटीयू के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कोल इंडिया डीपी विनय रंजन, डीपी मुरली कृष्ण राममैया, सीसीएल डीपी हर्ष नाथ मिश्रा, ईसीएल ए आलम, केएस राव, बीएमएस से सुधीर घुर्डे, मजहरुल हक अंसारी, एचएमएस से नाथूलाल पांडे, एटीसी से शिव कुमार यादव, एटीके से रमेंद्र मौजूद थे मानकीकरण समिति की बैठक में कुमार, सीटू के डीडी रामानंदन सहित 23 प्रतिनिधि शामिल हुए।
कितना बोनस (रुपये) (When and how much bonus did you get?)
- 2011 – 21,000
- 2012 – 26,000
- 2013 – 31,500
- 2014 – 40,000
- 2015 – 48,500
- 2016 – 54,000
- 2017 – 57,000
- 2018 – 60.500
- 2019 – 64,700
- 2020 – 68,500
- 2021 – 72,500
- 2022 – 76,500
- 2023 – 85,500
आउटसोर्सिंग कर्मियों को 8.33 फीसदी बोनस मिलेगा (Outsourcing workers will get 8.33 percent bonus)
कोल इंडिया में आउटसोर्सिंग और कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों को भी 8.33 प्रतिशत बोनस का भुगतान किया जायेगा. यह कर्मचारियों के एक महीने के वेतन के बराबर होगा. ठेका श्रमिकों को बोनस भुगतान के लिए प्रबंधन कोयला कंपनियों को अलग से आदेश जारी करेगा।