सिंगरौली पुर्नस्थापना मंच द्वारा विस्थापन मुद्दे को लेकर एनसीएल मुख्यालय गेट पर सुबह 10 वजे से आम सभा कर विरोध प्रदर्शन करते हुए अपरांह साढ़े 3 बजे एनसीएल के प्रतिनिधि मंडल को 24 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनिधि मंडल में निरंजन रकमंगढ़ महाप्रबंधक राजस्व, महाप्रबंधक खनन, राजेश चौधरी विभागाध्यक्ष (कार्मिक एवं कल्याण), विक्टर कुजूर साथ ही सुरक्षा विभाग के अधिकारी शामिल रहे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा दोपहर में करीब 12 बजे तीनो गेट बंद कर धरने पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। एनसीएल के अधिकारी, कर्मचारी सहित अन्य लोग अन्दर रहने को मजबूर हो गए। दोपहर के लंच में भी कार्यालय से बाहर नहीं निकल सके। बीच बीच में सुरक्षा कर्मों एवं प्रदर्शन कारियों में टकराव की स्थिति भी निर्मित होती रही। वही करीब दो बजे बारिश होने पर भी लोग धरने पर बैठकर प्रदर्शन करते रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रकट पार्षद शेखर सिंह द्वारा किया गया। इस दौरान क्षेत्र की बड़ी संख्या में महिलाए शामिल होकर विरोध प्रदर्शन कर रही थी।
एक विशेश पैकेज के तहत् मोरवा का हो विस्थापन सिंगरौली पुर्नस्थापना मंच द्वारा एनसीएल मुख्यालय के मुख्य गेट पर आयोजित धरना प्रर्दशन के दौरान संजय प्रताप सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए विस्थापन के निमय कानून को जनता के सामने रखते हुए कहा कि एक विरोश पैकेज के तहत मोरवा का विस्थापन होना चाहिए।
वहीं मंच के अध्यक्ष सतीश उप्पल ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भलूगढ़ हमे किसी भी स्थित में मंजूर नहीं है। नगर निगम क्षेत्र में ही बसाहट होना चाहिए। भूपेन्द्र गर्ग ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में ती बसाहट होना चाहिए, जो लोग प्लाट नहीं लेना चाहते उन्हें एक मुश्त 25 लाख रूप्ये की राशि एक मुक्त दी जाए। वही राजेश सिंह ने कहा कि एनसीएल द्वारा विस्थापितों के साथ भेदभाव बरती जा रही है। एनसीएल प्रबंधन आपसी सहमति के बाद ही आगे कदम उठाए नहीं तो आगे बड़ा आंदोलन करने के लिए स्थानीय लोग मजबूर हो जाएगे।
इस मौके पर नरेन्द्र चन्द सिंह, विनोद सिंह कुरुवंशी, अमित तिवारी, राजेश अग्रहरी, पार्षद परमेष्वर पटेल, पार्षद उमाशंकर, पार्षद श्यामवती, आलोक यादव, कमलेश्वर ओइस, नम्रता सिंह इत्यादि लोगो ने एनसीएल प्रबंधन के विरोध में अपनी अपनी भड़ास निकाली। विस्थापन संबंधी प्रमुख मांगे 24 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा उपरांत निर्णय होने तक भूमि एवं परिसंपश्तियों की नापी तत्काल प्रभाव से रोका जाए। आपसी सहमती से लिए गए निर्णय के बाद नापी की प्रक्रिया प्रस्तचित अधिग्रहण क्षेत्र के उत्तरी सीमा से प्रारंभ करने हुतु पत्र जारी किया जाए। पुनर्व्हस स्थल नग निगम क्षेत्र का ही चचन किया किया जाए। मोरवा क्षेत्र में अर्जित की जाने वाली भूमि का
मूल्य एक ही मानक से तय करने। भूमि एवं परिसंपतियों पर धारा 4 लगन की तिथि से 12 प्रतिशत वार्षि मूल्य वृद्धि जोड़े जाने एवं संपत्ति के उचित मूल्य का आंकलन हो सके। पुनर्वास स्थल में दिए जाने बलो प्लाट को यदि कोई व्यक्ति नहीं लेना चाहे तो उसे प्लाट के बदले 25 लाया रूप्ये की राशि एक मुश्त प्रदान की जाए। सीआईएल की लागू बार्षिकी योजना के तहत एनसीडब्ल्यूए को मानक मानिते हुए 21 हजार प्रतिमाह आजीवन एन्यूटी राशि देने इत्यादि मांगों को शामिल किया गया है।
एनसीएल के तीनो गेट पर जमे रहे प्रदर्शनकारी एनसीएल पुर्नस्थापना मंच द्वारा एनसीएल मुख्यालय के घेराव प्रदर्शन के दौरान एनसीएल के तीनो गेट के समक्ष धरने पर बैठकर गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। जिससे जो लोग अंदर चेत्र अंदर ही रह गये लोग अंदर बाहर जाने के लिए कहाफी लोगा परेशान दिख रहे थे। एनसीएल के मुख्य गेट पर आम सभा चल रहा था। वहीं गेट नम्बर 2 पर भूपेन्द्र गर्ग बंटी एवं आलोक यादव के नेतृत्व में स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे थे। वही बीआईपी गेट पर विनोद सिंह कुरुवंशी एवं नम्रता सिंह के नेतृत्व में युवा एवं महिलाए गेट के समक्ष धरने पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे। लोगो का आवामगन पुरी तरह से उप हो गया।
सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद एनसीएल पुर्नस्थापना मंच द्वारा एनसीएल मुख्यालव के घेराव प्रदर्शन के दौरान सुख्खा की दृष्टि से जिले के चार थानों के पुलिस के साथ ही एनसीएल के सुरखा कर्मी मौजूद रहे। एनसीएल के तीनो गेट पर बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से एसडीओपी केके पाण्डेय, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह परिहार, विध्यनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, चरगवां थाना प्रभारी शिव पूजन मिश्रा, मोरवा थाना के एसआई एनपी तिवारी, गोरबी चौकी प्रभारी भिपेन्द्र पाठक दल बल के साथ मौजूद रहे।