उत्तर प्रदेश के सोमवार को सोनभद्र जिला अस्पताल में प्रसव के बाद युवती ने पांच माह के मृत बच्चे को जन्म दिया। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मूक-बधिर दिव्यांग किशोरी के पड़ोस में रहने वाले 43 वर्षीय व्यक्ति पर एक साल तक दुष्कर्म करने का आरोप है। किशोरी अपने ननिहाल में रह रही थी और आरोपी को इशारे में मामा कहती थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है। पीड़िता मूल रूप से रामपुर बरकोनिया थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है।
किशोरी माता-पिता के साथ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली स्थित ननिहाल में रहती है। पिता के मुताबिक चार-पांच दिन पहले बेटी (14) के पेट में दर्द होने पर उसे जांच के लिए नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां जांच के बाद नर्स ने बेटी के गर्भवती होने का संदेह जताया। यकीन न होने पर परिजनों ने अल्ट्रासाउंड कराया तो पांच माह का गर्भ होने की पुष्टि हुई। जब किशोरी से पूछताछ की गई तो उसने पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति पर एक साल से गलत हरकत करने की बात बताई।
रविवार की रात किशोरी के पेट में तेज दर्द होने पर उसे एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। वहां सोमवार की दोपहर में उसने मृत बच्चे को जन्म दिया। परिजनों के मुताबिक आरोपी उनके घर के पड़ोस में ही रहता है। उसका घर में बराबर आना-जाना रहता है। किशोरी भी इशारे में उसे मामा कहती थी। किसी को उस पर कभी शक नहीं हुआ। मृत बच्चे का नमूना भी डीएनए जांच के लिए रखा गया है।
आरोपी चार बच्चों का पिता है
अस्पताल की लापरवाही
दर्द से कराहती पीड़िता को फर्श पर कई घंटे गुजारने पड़े। सुबह होने पर परिजन कोतवाली पहुंचे। परिजनों की शिकायत पर सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे के करीब पहुंचे सदर कोतवाल सहित अन्य अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पीड़िता को भर्ती किया गया। वहां उसे ओटी में भी ले जाया गया।