अनपरा। बारिश के बाद बीमारियां पांव पसारने लगी हैं। नगर व आसपास के क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप बढ़ा है। इसकी चपेट में आने से पिछले दिनों एक बच्ची की मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्य अस्पताल में भर्ती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम संबंधित क्षेत्र में पहुंचकर जांच व दवा उपचार में जुट गई है।
कुलडोमरी गांव के मोहलाईनसोत टोले में डायरिया तेजी से फैल रहा है। ग्रामीण कुएं और नदी का दूषित पानी पी रहे हैं। पानी को साफ करने के लिए न तो दवा उपलब्ध कराई गई है और न ही कोई अन्य इंतजाम ही हुए हैं। गांव में एंबुलेंस जाने के लिए रास्ता भी नहीं है। इस कारण अस्पताल पहुंचने तक मरीज दम तोड़ देते हैं। शनिवार को मोहलाईनसोत टोला निवासी दादू प्रसाद की बेटी रीता (8) को उल्टी दस्त की शिकायत हुई। गांव में ही परिजनों ने उपचार कराया।
रविवार को हालत बिगड़ने पर परिजन अस्पताल के लिए निकले, लेकिन डिबुलगंज पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। इसी गांव की फूलमति (60) पत्नी शोभनाथ मंगलवार को उल्टी दस्त की शिकायत पहुंची और दवा लेकर लौट गई। बुधवार की देर रात तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया। फुलकूमारी (32) पत्नी स्व. हीरालाल को भी बुधवार की रात से तबीयत बिगड़ने पर नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में कई अन्य लोग भी बीमारी से पीड़ित हैं। वह अपने स्तर से उपचार करा रहे हैं।
उधर, टोले में डायरिया के लगातार मरीज मिलने और एक बच्ची की मौत की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बृहस्पतिवार को गांव पहुंची। टीम में एक डॉक्टर, सहायक लैब टेक्निशियन, फार्माशिष्ट, मेडिकल स्टाफ शामिल रहे। ग्रामीणों की जांच कर उन्हें दवा दी गई। डायरिया से बचाव के लिए उपाए भी बताए।
इनका कहना है
बारिश में कुएं और हैंडपंप का पानी दूषित हो जाता है। अस्पताल आने वाले मरीजों को पानी उबालकर पीने और बाहर का खानपान न करने की सलाह दी जा रही है। गांव में लगातार कैंप लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आज मोहलाईनसोत में मेडिकल टीम लगी हुई है।
डॉ. रवि प्रताप सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, संयुक्त चिकित्सालय डिबुलगंज।