सिंगरौली । रविवार की शाम मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चकरिया निवासी एक 11 वर्षीय नाबालिका घर से बिना बताए टहलने निकली और पास के ही जंगल में जाकर भटक गई। जब देर शाम तक भी बालिका घर नहीं पहुँची तो उसके परिजन चिंतित हो उठे। काफी खोजबीन करने पर भी जब उसका कोई पता नहीं चला तो परिजनों ने मोरवा थाने पहुंचकर निरीक्षक कपूर त्रिपाठी को घटना से अवगत कराया।
इस मामले में मोरवा निरीक्षक ने तत्काल धारा 137 (2) बीएनएस दर्ज कर बालिका की तलाश शुरू कर दी। नाबालिका की खोजबीन के लिए एसपी निवेदिता गुप्ता के निर्देशन एवं एसडीओपी मोरवा कृष्ण कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में कई पुलिस कर्मियों की टीम गठित की गई। जिनके द्वारा ग्रामीणों की निशानदेही पर ग्राम चकरिया के समीप सिलगुड़ी के जंगल में सर्च अभियान चलाया गया। गौरतलब है कि म.प्र. और उ. प्र. की सीमा पर इस घने जंगल में बालिका को ढूंढना काफी मुश्किल था।
परंतु देर रात मोरवा पुलिस बल को उसे ढूढने में सफलता मिल गई। बताया जाता है कि 11 वर्षीय बालिका घने जंगल के बीच बैठकर रो रही थी। पुलिसकर्मियों ने उन्हें सुरक्षित उसके माता-पिता और भाइयों को सौंपते हुए रक्षाबंधन का तोहफा दे दिया। इधर परिजन भी अपनी बच्ची को सुरक्षित पाकर फूले नहीं समा रहे थे। उन्होंने तहे दिल से पुलिस कर्मियों का शुक्रिया अदा कर उनके काम की सराहना की। उक्त कार्रवाई में उनि ज्ञानेंद्र पटेल, सउनि प्रवीण मरावी, संजीत सिंह, प्रआर संजय सिंह परिहार, अर्जुन सिंह, आरक्षक सुरेश परस्ते, महिला आरक्षक गायत्री की महत्वपूर्ण भूमिका रही।