सिंगरौली। मोरवा क्षेत्र के कांटा मोड़ से लेकर शुक्ला मोड़ चौराहा तक बाइक से भी चलना जोखिम भरा साबित हो रहा है। हाईवे ओवरलोड कोयला वाहनों के चलने से सड़क के कचूमर निकल आए हैं और 2 साल के अंदर ही करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गई। सड़क ध्वस्त हो चुकी है और जगह-जगह इतने खाईनुमा गड्ढे हो गए हैं कि हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
दरअसल कोल खदानों के सड़कों के मरम्मत कार्य का जिम्मा एनसीएल का है। हाल ही में निगाही मोड़ से लेकर जयंत बस पड़ाव उसके आसपास सड़कों का मरम्मत कार्य एनसीसीएल के द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से कराया जा रहा है। वही मोरवा अंचल के कांटा मोड़ से लेकर शुक्ला मोड़ तिराहा तक के सड़क का कचूमर निकल आया है। आलम यह है कि करीब 500 मी की दूरी इस सड़क में करीब एक सैकड़ा खाई नुमा गड्ढे ऐसे बन गए हैं कि आए दिन बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। सिर्फ गड्डो के चलते बाइक सवार फिसल जा रहे हैं। गनीमत यही रहे कि अभी तक किसी की जान नहीं गई ।
लेकिन आए दिन बाइक सवार चालक जख्मी हो जा रहे हैं। इन सब के बावजूद आप है कि एनसीएल शुक्ला मोड़ से लेकर कांटा मोड तक के सड़क का मरम्मत कर नहीं कर रहा है। जबकि सड़क के चिथड़े उड़ने का कारण ओवरलोड कोल वाहनों के आवाजाही से हुआ है। फिलहाल उक्त सड़क के मरम्मत न होने से जहां प्रदूषण फैल रहा है। वही वाहनों के चालकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। 500 मी उक्त सड़क का मरम्मत कार्य एनसीएल कब कराएगा, जिम्मेदार अधिकारी सवाल का जवाब देने से भागते नजर आते हैं।