सिंगरौली। नगर निगम मुख्यालय बैढ़न के हृदयस्थली अंतर्राज्यीय बस स्टैंड बैढ़न के पीछे डिस्पोजल एवं बिसलरी सहित शराब की अनगिनत देख कर हर कोई अचम्भे में पड़ जाता है। इतनी गंदगी करने वालों पर नगर निगम के साथ-साथ आबकारी एवं पुलिस अमला भी नकेल नही कस पा रहा है। आरोप यहां तक है कि बस स्टैंड के पीछे अघोषित अहाता खुला है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने अहाता को पूरी तरह से विधानसभा चुनाव के पूर्व ही तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बन्द करा दिया था। जिले में अहाता केवल आबकारी एवं पुलिस के कागजों में ही बन्द है। आलम यह है कि कई शराब दुकान के अगल-बगल अघोषित रूप से अहाता संचालित है। अहाता को संचालित कराने में आबकारी अमले का पूरा संरक्षण है।
जिसके चलते शराब कारोबारी धड़ल्ले के साथ अहाता खोलकर शराब की बिक्री की जा रही है। इस अघोषित अहाता बस स्टैंड के परिसर में भी है। जहां सुबह से लेकर देर रात करीब 11 बजे तक दर्जनों के संख्या में जगह-जगह शराबी एक समूह में बैठ कर ठेलों के ईर्दगिर्द शराब पीते नजर आते हैं और यही शराबी डिस्पोजल ग्लास, पानी का बॉटल एवं शराब के बोतलों को खाली करने के बाद डस्टबिन के बदले फु टपाथ एवं नालियों पर फेक दे रहे हैं।
बस स्टैंड के पीछे अम्बेडकर चौक की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे से आने-जाने वाले सभ्रांत नागरिक शराबियों के साथ-साथ खाक ी वर्दी व शराब करोबारियों के भी कोसने में कोई कोर कसर नही छोड़ते। कई सभ्रांत नागरिकों ने कहा कि सार्वजनिक स्थान पर धुम्रपान एवं शराब पीना सख्त मना है। इसपर पुलिस को कार्रवाई करने का अधिकार है। परन्तु मजाल क्या है कोतवाली पुलिस खुले स्थान पर शराब पीनों वाले पर कार्रवाई कर सके। यदि पुलिस कार्रवाई की तो उनका भी कई लिहाज से नुकसान होगा। फिलहाल बस स्टैंड के ईर्दर्गिद गंदगी को देख सबसे ज्यादा लोगबाग शराबियों को कोसते नजर आ रहे हैं। साथ ही सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे में स्वच्छता की रैकिंग कैसे तरक्की करेगा।
दिवाल पर पुलिस की सूचना भी बेअसर
कोतवाली पुलिस ने बस स्टैंड के दिवाल पर बड़े मोटे अक्षरों से सार्वजनिक सूचना लिखाया है। सूचना वाल में लिखा है कि सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने वालो की गिरफ्तारी में सहयोग करे। यह पुलिस की अपील है। हैरानी की बात है कि जिस दिवाल पर लिखा है ठीक उसी के नीचे एक ठेला कारोबारी के यहां एक शराबी बकायदे शराब पीते नजर आ रहा। पुलिस की यह अपील के वल दिवाल में लेखन तक की सीमित है। आज इस तरह का नजारा देख लोगबाग खूब ठहाके भी लगोते हुये दिवाल के सूचना की ओर इशारा कर रहे थे।
ननि के सफाईकर्मी भी परेशान
बस स्टैंड के ईर्दगिर्द व उसके पीछे डिस्पोजल ग्लास, शराब एवं पानी की खाली बॉटल इस कदर फे क दिया जाता है कि ननि के सफाई कर्मी भी गंदगी को देख शराबियों के साथ-साथ कारोबारियों एवं खाकी वर्दी को भी कोसते नजर आते हैं। सफाई कर्मी यहां तक कहते हैं कि इस तरह की गंदगी लगातार शराबी करते रहते हैं। शायद उनपर किसी का बसकस नही है। उन्हें खुले स्थान पर शराब पीने के लिए शायद खुली छूट मिली है। इसीलिए उनपर कोई शिकंजा नही कसता। सफाईकर्मी यहां तक कहते हैं कि जितना गंदगी आधा शहर में होती होगी, उससे जयादा कहीं बस स्टैंड के पीछे इसी के परिसर में होती है।
Credit by navbharat Singrauli