सिंगरौली । सेवा सहकारी समिति धान उपार्जन केन्द्र डिग्घी में सैकड़ों क्विंटल धान बर्बाद होकर अंकुरित होने लगी हैं। वही उपार्जन केन्द्रों में बर्बाद धान अनाज को देखकर हर कोई व्यक्ति समिति के अमले को कोस रहा है।
दरअसल पिछले सप्ताह अंचल में बारिश हुई थी। जहां उपार्जन केन्द्रों में अनाज धान का भारी नुकसान हुआ था। अधिकांश उपार्जन केन्द्रों में हजारों क्विंटल धान पानी में भीग जाने से समिति प्रबंधको की चिंताएं बढ़ गई थी।
वही कई उपार्जन केन्द्रों में धान अंकुरित होने लगी हैं। सेवा सहकारी समिति डिग्घी के उपार्जन केन्द्र में सैकड़ों क्विंटल धान तितर-बितर पड़ी हैं। वही इतनी ही संख्या में धान अंकु रित हो गई हैं। आरोप है कि समय पर परिवहन न किये जाने के कारण खरीदी केन्द्र के प्रबंधक द्वारा समुचित तरीके से रख-रखाव एवं बारिश के समय त्रिपाल की व्यवस्था नही की जा सकी। जिसके चलते धान भीग गई और अब अंकुरित होने लगी हैं। आलम यह है कि उपार्जन केन्द्र में सैकड़ों क्विंटल धान इसी तरह पड़ी हैं। जहां उनमें अंकुर आ गये हैं और कई जगह धान तितर-बितर पड़ी हुई हैं। यह भी बताया जा रहा है कि बारिश के समय उपार्जन केन्द्र के परिसर में भी बारिश का पानी जमा हो गया था। जिसके कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई हैं। अब इसका पूरा आर्थिक बोझ खरीदी केन्द्र पर पड़ने वाला है। जिसको लेकर खरीदी केन्द्र के कर्ताधर्ता चिंतित हंै।
यूपी के रास्ते से बगदरा क्षेत्र में पहुंची धान
जिले के सीमावर्ती स्थानों पर कागज में चेक पोस्ट प्रभारी बनाएं गये। लेकिन उनकी नजर में सब कुछ ठीकठाक रहा। पड़ोसी राज्यों से इस बार एक भी धान नही पकड़ी गई। जबकि सूत्र बतातें हैं कि चितरंगी के दूरस्थ बगदरा अंचल में यूपी घोरावल के रास्ते से धान लाकर खपाई गई। आरोप है कि बगदरा पुलिस के साथ-साथ चेक पोस्ट प्रभारी अंजान बने रहें। जिसके कारण इस बार एक भी कार्रवाईयां नही हुई हैं। चर्चाओं के मुताबिक खण्ड स्तर के प्रभारी भी गंभीर नही दिखें।