सिंगरौली 28 जून। एनसीएल खदान बी-ब्लॉक में स्कूल बसों को सिफ्ट ड्यूटी में लगाये जाने का आज सनसनी खेज खुलासे के बाद संयुक्त मोर्चा ने जमकर हंगामा करते हुये कोलवाहनों के परिवहन पर रोक लगाते हुये देर शाम तक धरने पर बैठे रहे।
दरअसल सूत्रों के मुताबिक एनसीएल परियोजना ब्लॉक-बी गोरबी में खदानों में कार्य करने वाले एनसीएल कर्मियों को स्कूल बसों से लाने ले जाने का कार्य एनसीएल के महा प्रबंधक द्वारा मनमानी तौर पर कराने का आरोप है। एटक, बीएमएस एवं आरसीएसएस ब्लॉक-बी के अध्यक्ष सचिव ने इस पर विरोध करते हुये कहा है कि स्कूली बसों को सिफ्ट में भेजना गलत है। कचरे एवं डस्ट के चलते बच्चों का स्कूल ड्रैस खराब हो जाता है। इससे छात्रों के अभिभावकों एवं कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।
स्कूल बस का संचालन सिफ्ट के संचालन में बन्द कराये जाने की मांग कर रहे थे । इसी दौरान ब्लॉक-बी के जिम्मेदार अधिकारी परियोजना के बूम क्षेत्र में पहुंचे और विरोध कर रहे संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों से तूमतड़ाम करने लगे। बात इतनी बढ़ गई की परियोजना के कर्मचारियों ने हंगामा करते हुये कोलवाहनों का डिस्पैच बंद करा दिया गया। जहां शुक्रवार की देर शाम तक हंगामा चलता रहा।
संयुक्त मोर्चा को मनाने के लिए परियोजना के अधिकारी लगे थे। वही यह भी आरोप है कि बिना नियम व समिति के अनुमोदन से बी-ब्लॉक के महाप्रबंधक ने कुछ अपने चहेते एनसीएल कर्मियों को आवास आवटिंत कर दिया था। इसका भी जमकर विरोध शुरू हुआ। मामला गोरबी पुलिस तक पहुंचा। संयुक्त मोर्चा ने गोरबी चौकी प्रभारी भिपेन्द्र पाठक को ज्ञापन सौंप कर स्कूल बस संचालन के संबंध में अवगत कराया।
वही गोरबी पुलिस ने उक्त मामले में एनसीएल ब्लॉक बी क्षेत्र के महाप्रबंधक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वही संयुक्त मोर्चा का देर शाम तक विरोध चलता रहा। मानमुन्नौवल के लिए पूरे दिन एनसीएल ब्लॉक-बी का प्रबंधन लगा रहा । लेकिन उनकी एक भी बाते नही सुनी गई।