सतना, अमावस्या मेला के अवसर पर धार्मिक नगरी चित्रकूट का भ्रमण करने आए श्रद्धालु उस वक्त सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए जब उनके आटो को गलत दिशा में आए एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर चालक द्वारा ठोकर मार दी गई. इस घटना के चलते आटो और ट्रैक्टर दोनों सड़क से नीचे उतरते हुए पलट गए, आटो सवार श्रद्धालुओं में से एक महिला की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन घायल हो गए.
धार्मिक नगरी चित्रकूट में अमावस्या मेले के अवसर पर देश भर से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला दो दिन पहले से ही आरंभ हो चुका है. इसी कड़ी में रविवार को ललितपुर उप्र और मप्र के जबलपुर से चित्रकूट पहुंचे श्रद्धालुओं ने भी दर्शन-पूजन आरंभ कर दिया था. इन्हीं में से कुछ श्रद्धालुओं ने माता सती अनसुईया मंदिर में पूजा अर्चना की और वहां से आटो क्र. एमपी 19 आर 1262 में सवार होकर कामतानाथ मंदिर की ओर जाने लगे. कुल 9 श्रद्धालुओं से भरा आटो जैसे ही चित्रकूट सतना मार्ग पर राजौला मोड़ पर एच पी गैसएजेंसी के सामने पहुंचा.
वैसे ही तेज रफ्तार ट्रैक्टर गलत दिशा से अचानक आटो के सामने आ गया. हलांकि आटो चालक ने हड़बड़ी में जोर से ब्रेक मारा, लेकिन ट्रैक्टर की रफ्तार इतनी तेज थी कि चालक के ब्रेक मारने के बावजूद भी वह नहीं रुका. देखते ही देखते ट्रैक्टर ने आटो को सामने से जबरदस्त ठोकर मार दी. भिड़ंत होने के बाद दोनों बाहन सड़क से नीचे उतरकर खाई की और लुढ़कते हुए पलट गए, घटना होते ही आठो में सवार यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई, जिसे देखते हुए आस पास केलोग भाग कर वहां पहुंचे, स्थानीय रहवासियों ने घायलों को आरो से बाहर निकाला.
मृतिका जबलपुर की रहने वाली
घटना की सूचना पाकर चित्रकूट थाने का पुतिलस बल भी मौके पर पहुंच गया. आनन-फानन में 7 घायलों को जानकीकुण्ड अस्पताल भेजा गया, जहां पर चिकित्सक द्वारा जांच करने पर जबलपुर की रहने वाली 45 वर्षीय शांति देवी को मृत घोषित कर दिया, जबकि उप के ललितपुर निवासी राकेश कुमार, दिनेश कुमार, रानीदेवी बिट्टी राजरानी और श्यामबिहारी की भर्ती करते हुए इलाज शुरु किया गया. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार घायलों में से 3 की स्थिति गंभीर पाई गई है. वहीं ट्रैक्टर सुरभि नर्सिंग गौशाला का बताया गया. पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जा रही है.