चितरंगी। चितरंगी तहसील क्षेत्र के पिपरझर एवं देवरा के सोन नदी से रेत का उत्खनन एवं परिवहन करने वाले माफियाओं को राजनैतिक संरक्षण मिलने से अधिकारी भी कार्रवाई करने में बेवस नजर आने लगे हैं। रेत माफियाओं को किस नेता का संरक्षण मिला है। क्षेत्र में अब तरह-तरह की चर्चाएं बाहर आने लगी हैं।
गौरतलब है कि स्थानीय तहसील क्षेत्र के देवरा एवं पिपरझर रेत के अवैध कारोबार का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है। आरोप है कि सहकार ग्लोबल कंपनी प्रतिबंधित सोनघड़ियाल अभ्यारण के सोन नदी से रेत का चोरी कर पिपरझर एवं देवरा में खपाते हुये यूपी के लिए परिवहन कर दिया जा रहा है। रेत का यह खेल करीब 2 महीने से चल रहा है। पिछले दिनों शोरशराब ज्यादा होने पर जिला अधिकारियों ने अवैध उत्खनन पर सख्ती के साथ कार्रवाई करने के लिए अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया।
सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों दो से तीन दिन तक सोन नदी से रेत उत्खनन एवं परिवहन बन्द था। इसी बीच रेत माफिया को राजनैतिक पनाह मिल गई है। जिनके आगे अब अधिकारी भी बेवस नजर आ रहे हैं। चर्चा यहां तक है कि एक मुश्त 15 लाख रूपये का वारा-न्यारा किया गया है। हालांकि लोगों के बीच ऐसी चर्चाएं हैं। इसी बीच यह भी चर्चा है कि अब एक दूसरा ठेकेदार पिपरझर में आ गया है। वही देवरा में हरी भी जमकर रेता का खेला करने में पीेछे नही है। अब सवाल उठाया जा रहा है कि जब सत्ताधारी के नेता ही रेत की चोरी कराने एवं माफियाओं को संरक्षण देने में सक्रिय हैं तो ऐसे में अवैध कारोबार पर अंकुश कैसे लग पाएगा?