रीवा कलेक्ट्रेट कार्यालय के भू अर्जन अधिकारी शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 को लोकायुक्त पुलिस ने एक हजार की रिश्वत लेते हुए उसी के कार्यालय में गिरफ्तार किया है. मंगलवार की दोपहर शिकायतकर्ता ने एक हजार रूपये रिश्वत के दिये. उसी समय लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी लिपिक को रंगे हाथ पकड़ लिया. जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायतकर्ता सुनील पाण्डेय पिता स्व० श्याम सुन्दर पाण्डेय निवासी जोरौट थाना मनगवां ने शिकायत की थी कि उसके वारिसाना भूमि के मुआवजा अवार्ड राशि 2,62,997 का भुगतान करने के एवज में लिपिक हीरामणि तिवारी जो कि भू-अर्जन शाखा में पदस्थ है उनके द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है. शिकायत की प्रारंभिक जांच लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा कराई गई.
शिकायत सही मिलने पर रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई. प्रकरण आरोपी के पास 25 सितम्बर 2024 से लंबित था. शिकायतकर्ता दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचा और आरोपी के कक्ष में जैसे ही पहुंचकर एक हजार की रिश्वत दी, उसी समय लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पूर्व में 157 5 सौ रूपये रिश्वत के ले चुका था उसके बाद भी काम नहीं कर रहा था. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. कार्यवाही का नेतृत्व प्रवीण सिंह परिहार डीएसपी एवं 12 सदस्यीय टीम ने किया.
आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्जः धाकड़
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि अवार्ड राशि भुगतान के लिये भू-अर्जन शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 हीरामणि तिवारी द्वारा रिश्वत मांगी गई थी. 15 सौ रूपये पहले ले लिये थे और अब एक हजार रूपये लेते हुए आरोपी लिपिक को पकड़ा गया है. जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है.