सतना. त्योहारों के अवसर पर नगरवासी जिस खोवा को शुद्ध मानकर उससे भोग प्रसाद बनाते हैं उसी खोवे में यदि बाल, कागज और कोयले का टुकड़ा मिले तो इसे न सिर्फ उनकी श्रद्धा के साथ खिलवाड़ माना जाएगा बल्कि इस तरह की मिलावट मानव स्वास्थ्य कितनी घातक साबित होगी. मनोज पाण्डेय नामक व्यक्ति शहर की खोवा मण्डी में खोवा लेने के लिए गए. जहां पर मौजूद एक विक्रेता से सौदा तय करते हुए उन्होंने एक किलो खोवा खरीदा.
लेकिन जब घर ले जाकर खोवा को कढ़ाई में डाला गया तो उसमें एक एक कके कहीं बाल तो कहीं कागज के टुकड़े और तो और कोयले का टुकड़ा भी निकलने लगा. जिसे देखते हुए मामले की शिकायत खाद्य औषधि प्रशासन विभाग तक पहुंच गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी शीतल सिंह ने खोवा मण्डी पहुंचकर जांच शुरु की. खराब खोवा बेचने वाले व्यक्ति की पहचान करने के बाद उसे मौके पर बुलाने का प्रयास किया गया.
लेकिन मामले की भनक लगने पर वह नदारद हो गया. जिसे देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा मण्डी में मौजूद खोवा विक्रेता दिलीप कुमार साहू, विद्याधर और कमलेश यादव के खोवे के नमूने एकत्रित किए गए. खाद्य सुरक्षा अधिकारी के अनुसार एक ओर जहां खराब खोवा बेचने वाले विक्रेता की तस्दीक कराई जा रही है. वहीं दूसरी ओर खोवा मण्डी से लिए गए नमूनों को खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजकर जांच कराई जाएगी. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चत हो सकेगी.