सतना. मैहर में एक ओर जहां शारदीय नवरात्र के प्रथम दिवस पर लाखों श्रद्धालु मां शारदा के दरबवार में मत्था टेकने के लिए पहुंचते रहे. वहीं दूसरी ओर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना भी सामने आई. गोरड्या के जंगल में एक नवजात बिलखता पाया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मैहर में गोरइया के जंगल से होकर गुजर रहे एक राहगीर को किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई पड़ी. इधर उधर नजर दौड़ाने पर कुछ भी नजर नहीं आया. लेकिन जब बच्चे के रोने की आवाज लगातार आती रही तो फिर राहगीर ने रुककर छानबी शुरु की. कुछ दूर पर झाड़ियों के बीच में कपड़े में लिपटा एक नवजात नजर आया जो लगातार रोए जा रहा था. जिसे देखते राहगीर ने फौरन ही घटना की जानकारी स्थानीय रहवासियों को दी. मौके पर पहुंचे स्थानीय रहवासियों ने घटना की सूचना पलिस को दे दी.
लेकिन लावारिस हालत में पड़े नवजात के स्वास्थ्य को देखते हुए स्थानीय रहवासियों ने देर करना उचित नहीं समझा और नवजात को मैहर स्थित सिवल अस्पताल ले जाया गया. नवजात की स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे भर्ती कर उपचार शुरु कर दिया. वहीं पुलिस ने स्थानीय रहवासियों से जानकारी जुटाने के बाद नवजात को जंगल में छोड़ने वाले की पहचान करने के प्रयास शुरु कर दिए हैं.