एनसीएल प्रबंधन। भारतीय विस्थापित संघ सिंगरौली ने विभिन्न मांगों को लेकर आन्दोलन एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम कोयला खनन कार्य बन्द कराने अल्टीमेटम दिया था। इस अल्टीमेटम से एनसीएल परियोजना जयंत एवं दुद्धीचुआं के महाप्रबंधक उनकी मांगों को मानने के लिए अंतत: राजी हो गए और आज 13 सितम्बर को एनसीएल परियोजना के जीएम दफ्तर में एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई।
गौरतलब है कि एनसीएल परियोजना दुद्धीचुआं एवं जयंत विस्थापितों के मांगों को लगातार अनसुनी करता रहा था। जिसको लेकर भारतीय विस्थापित संघ सिंगरौली ने आन्दोलन करने की चेतावनी भी दे दिया था। इस आन्दोलन के अगुवाई पूर्व विधायक रामलल्लू बैस करने वाले थे। जहां कल 14 सितम्बर से आन्दोलन एवं कोयला खनन बन्द करने के लिए अल्टीमेटम दिया गया था। विस्थापितों में बढ़ते आक्रोश को देख एनसीएल प्रबंधन अचानक बैक फुट पर आ गया और आज दिन शुक्रवार को एनसीएल परियोजना दुद्धीचुुआं कार्यालय में भारतीय मजदूर संघ सिंगरौली के प्रतिनिधियों के साथ महाप्रबंधक जयंत क्षेत्र, महाप्रबंधक भू-राजस्व एनसीएल सिंगरौली एवं महाप्रबंधक दुद्धीचुआं के मध्य बैठक हुई।
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बैठक में भारतीय मजदूर संघ सिंगरौली के विभिन्न मांगों जिसमें अधिग्रहित भूमि पर तीसरी नौकरी के संबंध में भारतीय विस्थापित संघ की मांग के निराकरन के लिए महाप्रबंधक भू-राजस्व एनसीएल सिंगरौली दो दिन नोट उच्च अधिकारी के समक्ष ई ऑफिस से भेजने, रामलल्लू बैस एवं उनके परिजनों का ग्राम मेढ़ौली का खसरा क्रमांक 410 एवं 411 का जिन भूमिओ का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है उसके भुगतान के निराकरन के लिए अटार्नी जनरल सोलीसीटर के पास नोट शीघ्र भेजने का लिखित आश्वासन दिया। वही जयंत परियोजना में परिवार पंजीयन के सत्यापन शीघ्र करने, दुद्धीचुआं परियोजना के 1980 और 2000 के अधिग्रहण में शेष बचे हुए विस्थापितों के प्लाट या प्लाट के एवज में राशि के लिए शीघ्र ही निराकरण करने का मौखिक एवं लिखित तौर पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर युक्त पत्र दिया गया और एनसीएल के अधिकारियों ने आश्वासत किया कि विधि संगत मांगों पर शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी। साथ ही आन्दोलन को स्थगित कर सुरक्षा पूर्वक कोयला उत्पादन में राष्ट्र का सहयोग करने पर सहमत हुए ।
इस दौरान बैठक में यह भी कहा गया कि यदि एनसीएल प्रबंधन द्वारा समय सीमा में मांगों पर विचार नही किया तो आन्दोलन और तेज होगा। बैठक में भारतीय विस्थापित संघ के महामंत्री केवल नाथ सिंह, समाजसेवी रामललित सिंह मिर्चागार, भाजपा नेता राजेश्वरी बैस व रामनरेश बैस सहित अन्य एनसीएल दुद्धीचुआं के अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद थे।