भोपाल, 12 अक्टूबर. मप्र में इस बार दशहरा पर्व पर कुछ विशेष होगा, पहली बार ऐसा होगा कि दशहरा पर्व सरकारी आयोजन के तौर पर मनेगा. सरकार के साथ समाज भी भागीदारी निभाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित सभी मंत्री और जनप्रतिनिधि भी विधिवत शस्त्र पूजन करेंगे मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को महेश्वर और इंदौर में शस्त्र पूजन करेंगे.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कहा है कि हमारे भारतीय पर्व उमंग और उल्लास के प्रतीक होते हैं. इस वर्ष प्रदेश में दशहरा पर्व सरकार और समाज मिलकर धूमधाम के साथ मनाएंगे और शस्त्र-पूजन भी किया जायेगा. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि दशहरा पर्व महिला सशक्तिकरण और सुशासन की प्रतीक देवी अहिल्याबाई को समर्पित रहेगा. देवी अहिल्याबाई ने देश भर में जन-कल्याण के अनेक महती
कार्य करवाए. जनप्रतिनिधि कराए पूजन-
सीएम यादव ने कहा कि दशहरा पर्व पर शस्त्र पूजन परंपरा में सरकार के मंत्रीगण सहित सांसद, विधायक और जन-प्रतिनिधि भी क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होंगे. प्रत्येक जिले में पुलिस शस्त्रागार, कोतवाली और थानों में शस्त्र-पूजन होंगे.
अहिल्याबाई का जीवन हम सबके लिये आदर्श
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम अहिल्याबाई की 300वीं जयंती का वर्ष मना रहे हैं. लोकमाता देवी अहिल्याबाई का व्यक्तित्व, जीवन और चरित्र हम सबके लिये आदर्श है. वे एक तपोनिष्ठ, धर्मनिष्ठ और कर्मनिष्ठ शासक, प्रशासक रही है. उनसे हम सबको प्रेरणा लेना चाहिये. देवी अहिल्याबाई ने धर्म के भाव के साथ शासन व्यवस्था चलाने का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उनका धर्म तथा राज्य व्यवस्था में विशेष महत्व है. उनका मुख्य ध्येय था कि उनकी प्रजा कभी भी अभावग्रस्त और भूखी नहीं रहे. उनके सुशासन की यशोगाथा पूरे देश में प्रसिद्ध है.