नयी दिल्ली. केंद्र सरकार, देश में जी20 से भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रही है. इसके सहारे वह एक ओर जहां ग्लोबल पर भारतीय सहकारी आंदोलन से दुनिया के देशों को जोड़ने का प्रयास करेगी. साथ ही साथ इसके सहारे सहकारी कृषि क्षेत्र में निवेश रोजगार को बढ़ाने का प्रयास करना चाहती है.
भारत, कृषि क्षेत्र में चीन के बढ़ते दखल के खिलाफ अपना एक दबदबा भी बनाना चाहती है. भारत ने 25-30 नवंबर के बीच दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में ग्लोबल सहकारिता सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है. इफको की ओर से आयोजित किया जाएगा. इसमें दुनिया के 100 से अधिक देश हिस्सा लेंगे.
इस कार्यक्रम में कुल 100 देशों के सहकारी क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ ही कई देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल होंगे. इसमें फिजी के प्रधानमंत्री के अलावा भूटान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे. देश में आयोजित जी20 में दुनिया के 20 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.