सिंगरौली। 12 से वर्षों से निर्माणाधीन सीधी- सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 फोर-लेन की सड़क कार्यपूर्ण होने के पूर्व ही जगह-जगह उखड़ने लगी है।
आलम यह है कि सड़क की अब गिट्टियां बाहर आने लगी हैं। सड़क का कार्य अब कब कार्यपूर्ण होगा। इसको लेकर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को विपक्षी दल सवालों के कटघरे में खड़ा करने लगे। वही सत्ताधारी नेताओं के पास गोलमाल के अलावा कोई ठोस जवाब भी नही है। ज्ञात हो कि सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 का निर्माण कार्य 2011-12 से चल रहा है। इसके बावजूद सड़क का कार्य करीब 40 फीसदी अधूरा है। वही कहीं-कहीं फोर लेन कार्य पूर्ण हुआ है। लेकिन बहरी से लेकर सिंगरौली खनहना यूपी सीमा तक फोर-लेने का कार्य नाममात्र का हुआ है। केवल टू-लेन सड़क से ही आवागमन हो रहा है।
वही टू-लेन सड़क में वाहनों का भारी दबाव होने के कारण सड़क जगह- जगह उखड़ने लगी है। कर्थुआ से लेकर जीरों रोड सीमा तक की गिट्टियां सड़क से निकल कर बाहर आने लगी है और जिस दिन बारिश नही होती उस दिन सड़क में भारी वाहनों के चलने से धूल के गुब्बारे उड़ने लगते हैं। साथ ही बारिश के दिन सड़क के गड्डों में पानी जमा होने से छोटे वाहन चालकों को आवागमन करने में भी अब कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है। फिलहाल एनएच 39 निर्माणाधीन फोरलेन सड़क के उखड़ने को लेकर एमपीआरडीसी के अधिकारी एवं पूर्व के संविदाकार गैमन इण्डिया भी सवालों के घेरे में घिरता नजर आ रहा है।
वही विपक्षी दल कांग्रेज, आम आदमी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी सहित अन्य विपक्षी दल के नेता केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरते हुये निशाना साधकर हमलावर हैं और विपक्षी नेताओं का कहना है कि एनएच 39 सड़क के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। 12 साल में 100 किमी. दूरी की सड़क भाजपा सरकार नही बना पाई ।