सिंगरौली जिले के मोरवा मेढ़ौली वार्ड क्रमांक 10 के विस्थापन के समस्या को लेकर भारतीय विस्थापित संघ सिंगरौली के बैनर तले 14 सितंबर 2024 को एनसीएल दुद्धीचुआ एवं जयंत खदान को बंद करने की रणनीति तैयार कर ली गई थी जिसे देखते हुए एनसीएल प्रबंधन ने 13 सितंबर 2024 को दो पक्षीय वार्ता के लिए भारतीय विस्थापित संघ सिंगरौली को आमंत्रित किया जिसमें दुधीचुआ महाप्रबंधक कार्यालय में भारतीय विस्थापित संघ सिंगरौली के प्रतिनिधियों, महाप्रबंधक जयंत क्षेत्र, महाप्रबंधक (भू-राजस्व) एनसीएल सिंगरौली एवं दुधीचुआ महाप्रबंधक के मध्य हुई बैठक का सारवृत्त :-
भारतीय विस्थापन संघ सिंगरौली के विभिन्न मांगों पर चर्चा में निम्नलिखित सहमति बनी, 1. अधिग्रहित भूमि पर तीसरी नौकरी के संबंध में भारतीय विस्थापित संघ की मांग के निराकरन हेतु महाप्रबंधक (भू-राजस्व) एनसीएल सिंगरौली दो दिन नोट उच्च अधिकारी के समक्ष e office से भेज देंगे।
2. रामलल्लू वैश्य एवं उनके परिजनों का ग्राम मेडौली का खसरा क्रमांक 410 एवं 411 का जिन भूमिओ का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है उसके भुगतान के निराकरन के लिए अटार्नी जनरल सोलीसीटर के पास नोट शीघ्र भेजा जायेगा।
3- जयंत परियोजना में परिवार पंजीयन के सत्यापन शीय करवाने का प्रयाश किया जाएगा।
4- दुधिचुआ परियोजना के 1980 और 2000 के अधिग्रहण में शेष बचे हुए विस्थापितों के प्लाट या प्लाट के एवज में राशि के लिए शीघ्र ही निराकरन किया जाएगा ।
बैठक सौहार्द पूर्ण वातावरण से निष्पादित की गई एवं प्रबंधन ने आग्रह किया की विस्थापित संघ के विधि संगत मांगों पर शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी अतः आंदोलन को स्थगित कर सुरक्षा पूर्वक
कोयला उत्पादन में राष्ट्र का सहयोग करे जिस पर सभी लोग सहमत हुए । नोडल अधिकारी भूमि एवं राजस्व दुधिचुआ के बैठक में सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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