रीवा, युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर आक्रोशित परिजन एवं स्थानीय लोगो ने जाम लगा दिया. दोपहर तक जाम के चलते लोग फसे रहे. रीवा जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. खासकर तब जब स्थानीय थानों पर फरियादियों की शिकायतें समय पर दर्ज नहीं हो रहीं. यह आरोप हर्षित सिंह के परिजनों ने लगाया है.
अटरिया लालगांव निवासी हर्षित सिंह पिता अखिलेश सिंह उम्म्र 20 वर्ष की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के बाद शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया. हर्षित सिंह 8 अक्टूबर की रात लालगांव के नए बस स्टैंड स्थित दुर्गा पंडाल में दर्शन के लिए गए थे. उसी रात लगभग 8 से 9 बजे के बीच उनका फोन बंद हो गया और उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला. परिजनों ने 9 अक्टूबर की सुबह लालगांव पुलिस चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. हालांकि परिजनों का आरोप है कि पुलिस अन्य मामलों में व्यस्त रही, जिसके चलते हर्षित की खोजबीन सही समय पर नहीं हो सकी.
10 अक्टूबर को शाम लगभग 4 बजे सूचना मिली कि थाना बैकुंठपुर के दोहा मोड़ के पास एक युवक का शव पड़ा है. जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने शव की पहचान हर्षित सिंह के रूप में की. मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले, जिससे संदेह होता है कि यह हत्या का मामला है. मृतक के शव को परीक्षण के लिए सिरमौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, लेकिन शव वापस ना आने और अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर परिजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए.
11 अक्टूबर की सुबह 10 बजे उन्होंने लालगांव पुलिस चौकी के पास सड़क जाम कर दिया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. घटनास्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मनगवा के अनुविभागीय अधिकारी डॉक्टर कृपाशंकर द्विवेदी, सिरमौर के नायब तहसीलदार और गढ़ थाना प्रभारी श्रीगेश सिंह राजपूत सहित लालगांव चौकी एवं गढ़ थाने का पुलिस बल पहुंचा. वे प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर मामले को शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं. काफी समझाइश के बाद परिजन पुलिस के आश्वासन के बाद जाम से हटे. इस दौरान जाम में वाहन और राहगीर फसे रहे. पुलिस की लापरवाही देखने को मिली.
इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति और पुलिस की निष्क्रियता से क्षेत्र में कानून- व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेजी से चल रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.